नेता शिक्षित और सुयोग्य ही नहीं, प्रखर संकल्प वाला भी होना चाहिए, जो अपनी कथनी और करनी को एकरूप में रख सके।
By : प्रज्ञा सुभाषित
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neta shikshit aur suyogya hi nahi, prakhar sankalp vala hona chahiye jo apni kathni aur karni ko ekroopta me rakhe. | नेता शिक्षित और सुयोग्य ही नहीं, प्रखर संकल्प वाला भी होना चाहिए, जो अपनी कथनी और करनी को एकरूप में रख सके।
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