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  • किसी व्यक्ति के दिल-दिमाग को समझने के लिए इस बात को न देखें कि उसने अभी तक क्या प्राप्त किया है, अपितु इस बात को देखें कि वह क्या अभिलाषा रखता है।
  • किसी भी नींव का सबसे मजबूत पत्थर सबसे निचला ही होता है।
  • वह व्यक्ति ग़रीब नहीं है जिस के पास थोड़ा बहुत ही है। ग़रीब तो वह है जो ज़्यादा के लिए मरा जा रहा है।
  • जिस प्रकार से श्रम करने से शरीर मजबूत होता है, उसी प्रकार से कठिनाईयों से मस्तिष्क सुदृढ़ होता है।
  • अंत की तुलना में शुरुआत में विरोध करना आसान होता है।
  • श्रद्धा यह समझने में है कि आप हमेशा वो पा जाते हैं जिसकी आपकी ज़रुरत होती है।
  • अंगूर को जब तक न पेरो वो मीठी मदिरा नही बनती, वैसे ही मनुष्य जब तक कष्ट मे पिसता नही, तब तक उसके अन्दर की सर्वौत्तम प्रतिभा बाहर नही आती।
  • जो धर्म, सत्य, क्षेष्ठता और परमेश्वर के सामने झुकता है। उसका आदर समस्त संसार करता है।
  • मुझे प्रकाश से प्यार है क्योकि वह मुझे मेरा रास्ता दिखाता है, यही नहीं बल्कि मुझे अंधकार से भी प्यार है क्योकि वह मुझे तारे दिखाता है।
  • जब खराब वक़्त चल रहा होता है तब हमें सबकुछ हमेशा ही ख़राब होते नज़र आता है। लेकिन बाद में हमें उनसे लड़ने के लिए एक आशा की किरण भी दिखाई देती है जो हमें अंधकार से उजाले की तरफ ले जाती है।

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अन्य

किसी व्यक्ति के दिल-दिमाग को समझने के लिए इस बात को न देखें कि उसने अभी तक क्या प्राप्त किया है, अपितु इस बात को देखें कि वह क्या अभिलाषा रखता है।

Bodh Vichar Apr 26, 2020 0
अन्य

किसी भी नींव का सबसे मजबूत पत्थर सबसे निचला ही होता है।

आत्म-सुधार

वह व्यक्ति ग़रीब नहीं है जिस के पास थोड़ा बहुत ही है। ग़रीब तो वह है…

प्रेरक

जिस प्रकार से श्रम करने से शरीर मजबूत होता है, उसी प्रकार से कठिनाईयों…

समाज-सुधारक

अंत की तुलना में शुरुआत में विरोध करना आसान होता है।

आध्यात्म

श्रद्धा यह समझने में है कि आप हमेशा वो पा जाते हैं जिसकी आपकी ज़रुरत होती है।

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
जीवन

अंगूर को जब तक न पेरो वो मीठी मदिरा नही बनती, वैसे ही मनुष्य जब तक कष्ट मे पिसता नही, तब तक उसके…

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
चरित्र

जो धर्म, सत्य, क्षेष्ठता और परमेश्वर के सामने झुकता है। उसका आदर समस्त संसार करता है।

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
जीवन

मुझे प्रकाश से प्यार है क्योकि वह मुझे मेरा रास्ता दिखाता है, यही नहीं बल्कि मुझे अंधकार से भी प्यार…

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
जीवन

जब खराब वक़्त चल रहा होता है तब हमें सबकुछ हमेशा ही ख़राब होते नज़र आता है। लेकिन बाद में हमें उनसे…

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
आत्म-सुधार

मैं कभी छोटे बोझ की चाह नही रखता बल्कि व्यापक कंधो की चाह रखता हूँ |

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
आत्म-सुधार

सफल बनने के लिए आपको कुछ करने की जरुरत है और थोडा सा बुरा करने की जरुरत है। क्योकि आप कैसे अच्छे…

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
जीवन

अपना जीवन जीने के केवल दो ही तरीके हैं. पहला यह मानना कि कोई चमत्कार नहीं होता है, दूसरा है कि हर…

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
प्रेरक

एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी गलती नहीं की है, उसने जीवन में कुछ नया करने का कभी प्रयास ही नहीं किया होता…

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
आत्म-सुधार

सफल मनुष्य बनने के प्रयास से बेहतर है गुणी मनुष्य बनने का प्रयास।

Bodh Vichar Mar 20, 2020 0
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