ऐसे लोग हैं जिन्हें पूँजीवाद पसंद नहीं है, और ऐसे लोग भी हैं जिन्हें पर्सनल कम्प्यूटर्स पसंद नहीं है। पर ऐसा कोई भी नहीं है जिसे पी सी पसंद हो और वो माइक्रोसोफ्ट को पसंद ना करता हो - ese log hain jinhe poonjiwaad pasand nahin hai aur ese bhi log hain jinhe computer pasand nahi , lekin koi bhiesa nahi jise pc pasand ho aur microsoft se nafrat karta ho. : बिल गेट्स

ऐसे लोग हैं जिन्हें पूँजीवाद पसंद नहीं है, और ऐसे लोग भी हैं जिन्हें पर्सनल कम्प्यूटर्स पसंद नहीं है। पर ऐसा कोई भी नहीं है जिसे पी सी पसंद हो और वो माइक्रोसोफ्ट को पसंद ना करता हो। : Ese log hain jinhe poonjiwaad pasand nahin hai aur ese bhi log hain jinhe computer pasand nahi , lekin koi bhiesa nahi jise pc pasand ho aur microsoft se nafrat karta ho. - बिल गेट्स

आपका दोष क्षमता की कमी या साधनों की कमी की दृष्टि से नहीं है, वरन दोष इस बात मे है कि आप में संकल्प का अभाव है। आपने उस संकल्प को अपने मे उत्पन्न नहीं किया है जो आपको पहले ही उत्पन्न कर लेना था। संकल्प ही सब कुछ है। आपको संकल्प शक्ति इतना साहस दे सकती है कि आपको लक्ष्य पाने से कोई नहीं रोक सकता - aapka doshkshamta ki kami ya saadhno ki kami ki drishti se ahi hai balki dosh is baat me hai ki aapme sankalp lene ka abhaav hai. : बाल गंगाधर तिलक

आपका दोष क्षमता की कमी या साधनों की कमी की दृष्टि से नहीं है, वरन दोष इस बात मे है कि आप में संकल्प का अभाव है। आपने उस संकल्प को अपने मे उत्पन्न नहीं किया है जो आपको पहले ही उत्पन्न कर लेना था। संकल्प ही सब कुछ है। आपको संकल्प शक्ति इतना साहस दे सकती है कि आपको लक्ष्य पाने से कोई नहीं रोक सकता। : Aapka doshkshamta ki kami ya saadhno ki kami ki drishti se ahi hai balki dosh is baat me hai ki aapme sankalp lene  ka abhaav hai. - बाल गंगाधर तिलक

किसी को “क्रांति ” शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द का उपयोग या दुरूपयोग करते हैं उनके फायदे के हिसाब से इसे अलग अलग अर्थ और अभिप्राय दिए जाते है - kisi ko kranti shabd ki vyakhya shabdik ath me nahi karni chahiye. jo log iska durupyog karte hain unke faayde ke hisaab se iske alag alag arth aur abhipraay diyejaate hain. : सरदार भगत सिंह | Sardar Bhagat Singh

किसी को “क्रांति ” शब्द की व्याख्या शाब्दिक अर्थ में नहीं करनी चाहिए। जो लोग इस शब्द का उपयोग या दुरूपयोग करते हैं उनके फायदे के हिसाब से इसे अलग अलग अर्थ और अभिप्राय दिए जाते है। : Kisi ko kranti shabd ki vyakhya shabdik ath me nahi karni chahiye. jo log iska durupyog karte hain unke faayde ke hisaab se iske alag alag arth aur abhipraay diyejaate hain. - सरदार भगत सिंह | Sardar Bhagat Singh

अगर आप हर चीज में अपने लिए एक सीमा निर्धारित कर देंगे, शारीरिक या कुछ और; वो आपके काम, आपके जीवन मे फ़ैल जायेगा। कोई सीमाएं नहीं हैं। सिर्फ पठार हैं, और आपको वहाँ रुकना नहीं है, आपको उनसे आगे जाना है - agar aap har cheez me apne liye seema nirdharit kar denge , shareerik ya kuchh aur ; wo aapke kaam , aapke jeevan me fail jaayega. koi seemyein nahi hai sirf pathaar hai aur aapkounse aage jaana hai. : ब्रूस ली

अगर आप हर चीज में अपने लिए एक सीमा निर्धारित कर देंगे, शारीरिक या कुछ और; वो आपके काम, आपके जीवन मे फ़ैल जायेगा। कोई सीमाएं नहीं हैं। सिर्फ पठार हैं, और आपको वहाँ रुकना नहीं है, आपको उनसे आगे जाना है। : Agar aap har cheez me apne liye seema nirdharit kar denge , shareerik ya kuchh aur ; wo aapke kaam , aapke jeevan me fail jaayega. koi seemyein nahi hai sirf pathaar hai aur aapkounse aage jaana hai. - ब्रूस ली

शक की आदत से भयावह कुछ भी नहीं है। शक लोगों को अलग करता है। यह एक ऐसा ज़हर है जो मित्रता ख़तम करता है और अच्छे रिश्तों को तोड़ता है। यह एक काँटा है जो चोटिल करता है, एक तलवार है जो वध करती है - shak ki aadat se bhaywaah kchh nahi hai. shak logon ko alag karta hai. yah esa jahar hai jo mitrata ko todta hai aur rishtoko khatma karta hai. : गौतम बुद्ध

शक की आदत से भयावह कुछ भी नहीं है। शक लोगों को अलग करता है। यह एक ऐसा ज़हर है जो मित्रता ख़तम करता है और अच्छे रिश्तों को तोड़ता है। यह एक काँटा है जो चोटिल करता है, एक तलवार है जो वध करती है। : Shak ki aadat se bhaywaah kchh nahi hai. shak logon ko alag karta hai. yah esa jahar hai jo mitrata ko todta hai aur rishtoko khatma karta hai. - गौतम बुद्ध

यदि बहरों को सुनना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा. जब हमने बम गिराया तो हमारा धेय्य किसी को मारना नहीं था। हमने अंग्रेजी हुकूमत पर बम गिराया था। अंग्रेजों को भारत छोड़ना चाहिए और उसे आज़ाद करना चहिए - yadi bahro ko sunana hai to aawaz ko zordar hona hoga . jab humne bamb giraaya to hamar dhyey kisi ko maarna nahitha, humne angrezi hukoomatpar bomb giraya tha. aagrezon ko bharat azzaad kar use chhodkar chale jana chahiye. : सरदार भगत सिंह | Sardar Bhagat Singh

यदि बहरों को सुनना है तो आवाज़ को बहुत जोरदार होना होगा. जब हमने बम गिराया तो हमारा धेय्य किसी को मारना नहीं था। हमने अंग्रेजी हुकूमत पर बम गिराया था। अंग्रेजों को भारत छोड़ना चाहिए और उसे आज़ाद करना चहिए। : Yadi bahro ko sunana hai to aawaz ko zordar hona hoga . jab humne bamb giraaya to hamar dhyey kisi ko maarna nahitha, humne angrezi hukoomatpar bomb giraya tha. aagrezon ko bharat azzaad kar use chhodkar chale jana chahiye. - सरदार भगत सिंह | Sardar Bhagat Singh

कोई भी व्यक्ति सिर मुंडवाने से, या फिर उसके परिवार से, या फिर एक जाति में जनम लेने से संत नहीं बन जाता; जिस व्यक्ति में सच्चाई और विवेक होता है, वही धन्य है। वही संत है - koi bhi vyakti sir mundwane ya fir uske parivaar ya jati me janm lene se wah sant nahi ban jata. jisvyakti me sachchai aur vivek hota hai vah dhany hai wohi sant hai. : गौतम बुद्ध

कोई भी व्यक्ति सिर मुंडवाने से, या फिर उसके परिवार से, या फिर एक जाति में जनम लेने से संत नहीं बन जाता; जिस व्यक्ति में सच्चाई और विवेक होता है, वही धन्य है। वही संत है। : Koi bhi vyakti sir mundwane ya fir uske parivaar ya jati me janm lene se wah sant nahi ban jata. jisvyakti me sachchai aur vivek hota hai vah dhany hai wohi sant hai. - गौतम बुद्ध

एक व्यक्ति जलते हुए जंगल के मध्य में एक ऊँचे वृक्ष पर बैठा है। वह सभी जीवित प्राणियों को मरते हुए देखता है। लेकिन वह यह नहीं समझता की जल्द ही उसका भी यही हस्र होने वाला है। वह आदमी मूर्ख है - ek vyakti jalte hue jungle ke madhya men ek unche vriksha par baitha hai, wah sabhi jeevit praniyo ko marte hue dekh raha hai, lekin yah nahi samjhta ki jald hi uska bhi yahi hashra hone wala hai. Aadmi moorkh hai. : महावीर स्वामी

एक व्यक्ति जलते हुए जंगल के मध्य में एक ऊँचे वृक्ष पर बैठा है। वह सभी जीवित प्राणियों को मरते हुए देखता है। लेकिन वह यह नहीं समझता की जल्द ही उसका भी यही हस्र होने वाला है। वह आदमी मूर्ख है। : Ek vyakti jalte hue jungle ke madhya men ek unche vriksha par baitha hai, wah sabhi jeevit praniyo ko marte hue dekh raha hai, lekin yah nahi samjhta ki jald hi uska bhi yahi hashra hone wala hai. Aadmi moorkh hai. - महावीर स्वामी

यह ज़रूरी है कि हम अपना दृष्टिकोण और ह्रदय जितना संभव हो अच्छा करें. इसी से हमारे और अन्य लोगों के जीवन में, अल्पकाल और दीर्घकाल दोनों में ही खुशियाँ आयेंगी - yah jaroori hai ki hum apna dridhtikon aur hriday jitna sambhav ho achcha karein. isi se hamare aur logo ke jeevan me alpkaal aur dheerghkaaldono ke liye khushiyaan aayengi. : डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

यह ज़रूरी है कि हम अपना दृष्टिकोण और ह्रदय जितना संभव हो अच्छा करें. इसी से हमारे और अन्य लोगों के जीवन में, अल्पकाल और दीर्घकाल दोनों में ही खुशियाँ आयेंगी। : Yah jaroori hai ki hum apna dridhtikon aur hriday jitna sambhav ho achcha karein. isi se hamare aur logo ke jeevan me alpkaal aur dheerghkaaldono ke liye khushiyaan aayengi. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

लोग और उनके धर्म; सामाजिक नैतिकता के आधार पर सामाजिक मानकों द्वारा परखे जाने चाहिए. अगर धर्म को लोगों के भले के लिये आवश्यक वस्तु मान लिया जायेगा तो और किसी मानक का मतलब नहीं होगा - log aur unke dharm samaajik naitikta ke aadhar par saamajik maanko dwara parkhe jaane chahiye. yadi dharm logon ke bhale keliye aavshyak vastu maan liya jaayega to aur kis maanak ki avshyakta nahi hogi. : डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

लोग और उनके धर्म; सामाजिक नैतिकता के आधार पर सामाजिक मानकों द्वारा परखे जाने चाहिए. अगर धर्म को लोगों के भले के लिये आवश्यक वस्तु मान लिया जायेगा तो और किसी मानक का मतलब नहीं होगा। : Log aur unke dharm samaajik naitikta ke aadhar par saamajik maanko dwara parkhe jaane chahiye. yadi dharm logon ke bhale keliye aavshyak vastu maan liya jaayega to aur kis maanak ki avshyakta nahi hogi. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

नफरत करना आसान है, प्रेम करना मुश्किल। विश्व की सारी वस्तुएं ऐसे ही काम करती है। सारी अच्छी चीजों को पाना मुश्किल होता हैं, और बुरी चीजें बहुत आसानी से मिल जाती हैं - nafrat karna aasaan hai, prem karn mushkil. vishva ki saari vastue ese hi kaam karti hain : कन्फ्युशियस

नफरत करना आसान है, प्रेम करना मुश्किल। विश्व की सारी वस्तुएं ऐसे ही काम करती है। सारी अच्छी चीजों को पाना मुश्किल होता हैं, और बुरी चीजें बहुत आसानी से मिल जाती हैं। : Nafrat karna aasaan hai, prem karn mushkil. vishva ki saari vastue ese hi kaam karti hain - कन्फ्युशियस

इतिहास बताता है कि जहाँ नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है . निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो - itihaas batata hai ki jahan naitikta aur arthshastra ke beech sangharsh hoa hai wahan jeet arthshastra ki hi hoti hai. nihit swarthon ko tab tak swechch se nahi chhoda aya jab tak ki majboor karne ke liye paryapt bal na lagaya ho. : डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

इतिहास बताता है कि जहाँ नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है . निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो। : Itihaas batata hai ki jahan naitikta aur arthshastra ke beech sangharsh hoa hai wahan jeet arthshastra ki hi hoti hai. nihit swarthon ko tab tak swechch se nahi chhoda aya jab tak ki majboor karne ke liye paryapt bal na lagaya ho. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

अस्पृश्यता वह विष है, जो धीरे-धीरे हिंदू धर्म के प्राण ले रहा है|इस बुराई को जितनी जल्दी निर्मल कर दिया जाए,उतना ही समाज मानव जाति के लिए कल्याणकारी होगा| - ashprashyata vah vish hai jo dheere dheere hindu dharm ke praan le raha hai. is buraai ko jitni jaldi hi niramal kar diya jaaye utna hi maanva jaati aur samaj ke lye kalyankaari hai : महात्मा गाँधी

अस्पृश्यता वह विष है, जो धीरे-धीरे हिंदू धर्म के प्राण ले रहा है|इस बुराई को जितनी जल्दी निर्मल कर दिया जाए,उतना ही समाज मानव जाति के लिए कल्याणकारी होगा| : Ashprashyata vah vish hai jo dheere dheere hindu dharm ke praan le raha hai. is buraai ko jitni jaldi hi niramal kar diya jaaye utna hi maanva jaati aur samaj ke lye kalyankaari hai - महात्मा गाँधी

मैं ट्रैनिंग के हर एक मिनट से नफरत करता था, लेकिन मैंने कहा , हार मत मानो। अभी सह लो और अपनी बाकी की ज़िन्दगी एक चैंपियन की तरह जियो - main training ke har minute se nafrat karta tha, leki maine kaha - haar mat maano, abhi sah lo fir baaki zindgi ek champion ki tarah bitaani hai : मोहम्मद अली

मैं ट्रैनिंग के हर एक मिनट से नफरत करता था, लेकिन मैंने कहा , हार मत मानो। अभी सह लो और अपनी बाकी की ज़िन्दगी एक चैंपियन की तरह जियो। : Main training ke har minute se nafrat karta tha, leki maine kaha - haar mat maano, abhi sah lo fir baaki zindgi ek champion ki tarah bitaani hai - मोहम्मद अली

मेरे पिता को प्रकृति के प्रति एक बड़ा जुनून था। वास्तव में, मैंने उन्हीं से प्रकृति से प्यार करना सीखा. उन्होंने हमेशा प्रकृति संरक्षण की कारण वकालत की। मेरे पिता ने मुझमें भी यह चीज डाली - mere pita ko prakriti ke prati bda junoon tha. vastav me maine unhi se prakriti ko pyaar karna seekha. : मुकेश अंबानी

मेरे पिता को प्रकृति के प्रति एक बड़ा जुनून था। वास्तव में, मैंने उन्हीं से प्रकृति से प्यार करना सीखा. उन्होंने हमेशा प्रकृति संरक्षण की कारण वकालत की। मेरे पिता ने मुझमें भी यह चीज डाली। : Mere pita ko prakriti ke prati bda junoon tha. vastav me maine unhi se prakriti ko pyaar karna seekha. - मुकेश अंबानी

आज मैं एक अरब लोगों में एक अरब संभावित उपभोक्ताओं को देखता हूँ, उनके लिए मूल्य उत्पन्न करने का एक अवसर और अपनी वापसी के लिए एक अवसर के रूप में देखता हूँ - aaj me ek arab logo me ek arab sambhavit upbhoktaaon ko dekhta hu. unke lliye moolya utpann karne ka avsar aur apni wapasi ke avsar ke roop me dekhta hu. : मुकेश अंबानी

आज मैं एक अरब लोगों में एक अरब संभावित उपभोक्ताओं को देखता हूँ, उनके लिए मूल्य उत्पन्न करने का एक अवसर और अपनी वापसी के लिए एक अवसर के रूप में देखता हूँ। : Aaj me ek arab logo me ek arab sambhavit upbhoktaaon ko dekhta hu. unke lliye moolya utpann karne ka avsar aur apni wapasi ke avsar ke roop me dekhta hu. - मुकेश अंबानी

लोहे को कोई नुकसान नहीं पहूंचा सकता लेकिन यह कार्य उसका अपना ही जंग कर सकता है। वैसे ही किसी व्यक्ति को कोई नष्ट नहीं कर सकता सिवाय उसकी अपनी मानसिकता के - lohe ko kkoi nuksaan nahi pahuncha sakta lekin yah kaarya uska apna hi jung karta hai. waise hi pratyek vyakti khud ke dwara hi nasht ho sakta kisi aur se nahi. : रतन टाटा

लोहे को कोई नुकसान नहीं पहूंचा सकता लेकिन यह कार्य उसका अपना ही जंग कर सकता है। वैसे ही किसी व्यक्ति को कोई नष्ट नहीं कर सकता सिवाय उसकी अपनी मानसिकता के। : Lohe ko kkoi nuksaan nahi pahuncha sakta lekin yah kaarya uska apna hi jung karta hai. waise hi pratyek vyakti khud ke dwara hi nasht ho sakta kisi aur se nahi. - रतन टाटा

विश्व के करोड़ों लोग मेहनत करते है लेकिन सबको इसका फल अलग-अलग प्राप्त होता हैं। इन सब के लिए मेहनत जिम्मेदार हैं। इसलिए मेहनत से मत भागिये, मेहनत करने के तरीको में सुधार लाइए - vishva ke karodo log mehnat karte hain lekin iska fal sabo alag alag prapt hota hai . in sabke liye mehnat zimmedar hai , isliye mhnat se bhagiye nahi balki mehanta karne ke tareeko me sudhaar laaiye : रतन टाटा

विश्व के करोड़ों लोग मेहनत करते है लेकिन सबको इसका फल अलग-अलग प्राप्त होता हैं। इन सब के लिए मेहनत जिम्मेदार हैं। इसलिए मेहनत से मत भागिये, मेहनत करने के तरीको में सुधार लाइए। : Vishva ke karodo log mehnat karte hain lekin iska fal sabo alag alag prapt hota hai . in sabke liye mehnat zimmedar hai , isliye mhnat se bhagiye nahi balki mehanta karne ke tareeko me sudhaar laaiye - रतन टाटा

जिन जीवन मूल्यों और नीतियों को मैं जीवन में जीता रहा, इसके सिवा मैं जो संपंदा अपने पीछे छोड़ना चाहता हूं वह यह है कि आप हमेशा जिस चीज को सही माने उसके साथ डट कर खड़े रहे और जहां तक संभव हो निष्पक्ष बने रहे - jin jeevn mulyon aur neetiyon ko main jeevan me jeeta raha iske sivaa main jo sampda apne peeche chhodna chahta hu wah yah hai ki aaphamesha jis cheez ko sahi maane uske sath datke khade rahein ,a uar jahan tak honishpaksha banein. : रतन टाटा

जिन जीवन मूल्यों और नीतियों को मैं जीवन में जीता रहा, इसके सिवा मैं जो संपंदा अपने पीछे छोड़ना चाहता हूं वह यह है कि आप हमेशा जिस चीज को सही माने उसके साथ डट कर खड़े रहे और जहां तक संभव हो निष्पक्ष बने रहे। : Jin jeevn mulyon aur neetiyon ko main jeevan me jeeta raha iske sivaa main jo sampda apne peeche chhodna chahta hu wah yah hai ki aaphamesha jis cheez ko sahi maane uske sath datke khade rahein ,a uar jahan tak honishpaksha banein. - रतन टाटा

हम अपने देश के लिए आज़ादी चाहते हैं, पर दूसरों का शोषण कर के नहीं, ना ही दूसरे देशों को नीचा दिखाके, मैं अपने देश की आजादी ऐसे चाहता हूँ कि अन्य देश मेरे आजाद देश से कुछ सीख सकें, और मेरे देश के संसाधन मानवता के लाभ के लिए प्रयोग हो सकें. - hum apne desh ke lie aazadi chahte hain par doosro ka shoshan karke nahi, na hi doosre desho ko neecha dikha ke : लाल बहादुर शास्त्री

हम अपने देश के लिए आज़ादी चाहते हैं, पर दूसरों का शोषण कर के नहीं, ना ही दूसरे देशों को नीचा दिखाके, मैं अपने देश की आजादी ऐसे चाहता हूँ कि अन्य देश मेरे आजाद देश से कुछ सीख सकें, और मेरे देश के संसाधन मानवता के लाभ के लिए प्रयोग हो सकें. : Hum apne desh ke lie aazadi chahte hain par doosro ka shoshan karke nahi, na hi doosre desho ko neecha dikha ke - लाल बहादुर शास्त्री

आप रातोरात अपनी पत्नी को नहीं बदल सकते, अपने बच्चों को नहीं बदल सकते, अपने सहयोगियों/सहकर्मियों अथवा मित्रों को नहीं बदल सकते मगर स्वयं को बदल सकते हैं …कोशिश करके देखिये आप बदलेंगे तो अपने आप यह समूह भी बदल जाएगा - aap raatoraat apni patni nahi badal sakte, apne bachcho ko nahi badal sakte apne sahyogi, sahkarmiyon ko nahi badal sakte lekin swaym ko badal sakte hain. : रवीन्द्र प्रभात

आप रातोरात अपनी पत्नी को नहीं बदल सकते, अपने बच्चों को नहीं बदल सकते, अपने सहयोगियों/सहकर्मियों अथवा मित्रों को नहीं बदल सकते मगर स्वयं को बदल सकते हैं …कोशिश करके देखिये आप बदलेंगे तो अपने आप यह समूह भी बदल जाएगा। : Aap raatoraat apni patni nahi badal sakte, apne bachcho ko nahi badal sakte apne sahyogi, sahkarmiyon ko nahi badal sakte lekin  swaym ko badal sakte hain. - रवीन्द्र प्रभात

यदि मैं एक तानाशाह होता तो धर्म और राष्ट्र अलग-अलग होते. मैं धर्म के लिए जान तक दे दूंगा. लेकिन यह मेरा निजी मामला है। राज्य का इससे कुछ लेना देना नहीं है। राष्ट्र धर्मनिरपेक्ष कल्याण, स्वास्थ्य, संचार, विदेशी संबंधो, मुद्रा इत्यादि का ध्यान रखेगा, लेकिन मेरे या आपके धर्म का नहीं. वो सबका निजी मामला है - yadi main ek tanashah hota to dharm aur rashtra alag alag hote, main dharm ke liye jaan de dunga, yah mera niji maamla hai, rashta ka isse kuchhlena dena nahi hai. : लाल बहादुर शास्त्री

यदि मैं एक तानाशाह होता तो धर्म और राष्ट्र अलग-अलग होते. मैं धर्म के लिए जान तक दे दूंगा. लेकिन यह मेरा निजी मामला है। राज्य का इससे कुछ लेना देना नहीं है। राष्ट्र धर्मनिरपेक्ष कल्याण, स्वास्थ्य, संचार, विदेशी संबंधो, मुद्रा इत्यादि का ध्यान रखेगा, लेकिन मेरे या आपके धर्म का नहीं. वो सबका निजी मामला है। : Yadi main ek tanashah hota to dharm aur rashtra alag alag hote, main dharm ke liye jaan de dunga, yah mera niji maamla hai, rashta ka isse kuchhlena dena nahi hai. - लाल बहादुर शास्त्री

यदि कोई दुखी है, पीड़ित है और उसके कंधे पर हाथ रख दिया जाये, तो निश्चित रूप से उसकी पीड़ा कम हो जाएगी। रोते हुये बच्चे को माँ या फिर किसी सगे के द्वारा गोद में उठा लेना और संस्पर्श पाकर बच्चे का चुप हो जाना यह दर्शाता है कि स्पर्श हमारा भावनात्मक बल है - yadi koi dukhi hai peedit hai aur uske kandhe par hah rakh diya jaaye to nishachit roop se uski peeda kam ho jayegi. : रवीन्द्र प्रभात

यदि कोई दुखी है, पीड़ित है और उसके कंधे पर हाथ रख दिया जाये, तो निश्चित रूप से उसकी पीड़ा कम हो जाएगी। रोते हुये बच्चे को माँ या फिर किसी सगे के द्वारा गोद में उठा लेना और संस्पर्श पाकर बच्चे का चुप हो जाना यह दर्शाता है कि स्पर्श हमारा भावनात्मक बल है। : Yadi koi dukhi hai peedit hai aur uske kandhe par hah rakh diya jaaye to nishachit roop se uski peeda kam ho jayegi. - रवीन्द्र प्रभात

“जब आप अपना दुःख बांटते हैं , वो कम नहीं होता. जब आप अपनी ख़ुशी बांटने से रह जाते हैं, वो कम हो जाती है.अपनी समस्याओं को सिर्फ ईश्वर से सांझा करें , और किसी से नहीं, क्योंकि ऐसा करना सिर्फ आपकी समस्या को बढ़ाएगा.अपनी ख़ुशी सबके साथ बांटें| - jab aap apna dukh baantate hain, wo kam nahi hota, jab aap apni khushiyan baantne se rah jaate hain to wo kam ho jaati hain. : श्री श्री रविशंकर | Sri Sri Ravi Shankar

“जब आप अपना दुःख बांटते हैं , वो कम नहीं होता. जब आप अपनी ख़ुशी बांटने से रह जाते हैं, वो कम हो जाती है.अपनी समस्याओं को सिर्फ ईश्वर से सांझा करें , और किसी से नहीं, क्योंकि ऐसा करना सिर्फ आपकी समस्या को बढ़ाएगा.अपनी ख़ुशी सबके साथ बांटें| : Jab aap apna dukh baantate hain, wo kam nahi hota, jab aap apni khushiyan baantne se rah jaate hain to wo kam ho jaati hain. - श्री श्री रविशंकर | Sri Sri Ravi Shankar

“मैं आपको बताता हूँ, आपके भीतर एक परमानंद का फव्वारा है, प्रसन्नता का झरना है. आपके मूल के भीतर सत्य,प्रकाश, प्रेम है, वहां कोई अपराध बोध नहीं है, वहां कोई डर नहीं है. मनोवैज्ञानिकों ने कभी इतनी गहराई में नहीं देखा|” - main aapko btata hu, aapke bheetar ek paramanand ka fuvvara hai, prasannata ka jharna hai. aapke mool ke bheetar satya, prakash , prem hai. : श्री श्री रविशंकर | Sri Sri Ravi Shankar

“मैं आपको बताता हूँ, आपके भीतर एक परमानंद का फव्वारा है, प्रसन्नता का झरना है. आपके मूल के भीतर सत्य,प्रकाश, प्रेम है, वहां कोई अपराध बोध नहीं है, वहां कोई डर नहीं है. मनोवैज्ञानिकों ने कभी इतनी गहराई में नहीं देखा|” : Main aapko btata hu, aapke bheetar ek paramanand ka fuvvara hai, prasannata ka jharna hai. aapke mool ke bheetar satya, prakash , prem hai. - श्री श्री रविशंकर | Sri Sri Ravi Shankar