लोग और उनके धर्म; सामाजिक नैतिकता के आधार पर सामाजिक मानकों द्वारा परखे जाने चाहिए. अगर धर्म को लोगों के भले के लिये आवश्यक वस्तु मान लिया जायेगा तो और किसी मानक का मतलब नहीं होगा।

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लोग और उनके धर्म; सामाजिक नैतिकता के आधार पर सामाजिक मानकों द्वारा परखे जाने चाहिए. अगर धर्म को लोगों के भले के लिये आवश्यक वस्तु मान लिया जायेगा तो और किसी मानक का मतलब नहीं होगा। : Log aur unke dharm samaajik naitikta ke aadhar par saamajik maanko dwara parkhe jaane chahiye. yadi dharm logon ke bhale keliye aavshyak vastu maan liya jaayega to aur kis maanak ki avshyakta nahi hogi. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर
लोग और उनके धर्म; सामाजिक नैतिकता के आधार पर सामाजिक मानकों द्वारा परखे जाने चाहिए. अगर धर्म को लोगों के भले के लिये आवश्यक वस्तु मान लिया जायेगा तो और किसी मानक का मतलब नहीं होगा। : Log aur unke dharm samaajik naitikta ke aadhar par saamajik maanko dwara parkhe jaane chahiye. yadi dharm logon ke bhale keliye aavshyak vastu maan liya jaayega to aur kis maanak ki avshyakta nahi hogi. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

log aur unke dharm samaajik naitikta ke aadhar par saamajik maanko dwara parkhe jaane chahiye. yadi dharm logon ke bhale keliye aavshyak vastu maan liya jaayega to aur kis maanak ki avshyakta nahi hogi. | लोग और उनके धर्म; सामाजिक नैतिकता के आधार पर सामाजिक मानकों द्वारा परखे जाने चाहिए. अगर धर्म को लोगों के भले के लिये आवश्यक वस्तु मान लिया जायेगा तो और किसी मानक का मतलब नहीं होगा।

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