इतिहास बताता है कि जहाँ नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है . निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो।

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इतिहास बताता है कि जहाँ नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है . निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो। : Itihaas batata hai ki jahan naitikta aur arthshastra ke beech sangharsh hoa hai wahan jeet arthshastra ki hi hoti hai. nihit swarthon ko tab tak swechch se nahi chhoda aya jab tak ki majboor karne ke liye paryapt bal na lagaya ho. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर
इतिहास बताता है कि जहाँ नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है . निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो। : Itihaas batata hai ki jahan naitikta aur arthshastra ke beech sangharsh hoa hai wahan jeet arthshastra ki hi hoti hai. nihit swarthon ko tab tak swechch se nahi chhoda aya jab tak ki majboor karne ke liye paryapt bal na lagaya ho. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

itihaas batata hai ki jahan naitikta aur arthshastra ke beech sangharsh hoa hai wahan jeet arthshastra ki hi hoti hai. nihit swarthon ko tab tak swechch se nahi chhoda aya jab tak ki majboor karne ke liye paryapt bal na lagaya ho. | इतिहास बताता है कि जहाँ नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है . निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल ना लगाया गया हो।

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