भ्रष्टाचार को पकड़ना बहुत कठिन काम है, लेकिन मैं पूरे जोर के साथ कहता हूँ कि यदि हम इस समस्या से गंभीरता और दृढ संकल्प के साथ नहीं निपटते तो हम अपने कर्तव्यों का निर्वाह करने में असफल होंगे. - bhrashtachar ko pakadna bahut kathin kaam hai. lekin main poore jor ke stah kahna chahta hu ki yadi hum sheeghar hi is samasya se nahi nipte to bhavishya me kartvyo ka nirvaah nahikar paayenge. : लाल बहादुर शास्त्री
विज्ञान हमें ज्ञानवान बनाता है, लेकिन दर्शन हमें बुद्धिमान बनाता है - vigyaan humein gyaanvaan banata ha lekin darshan humein buddhiman banata hai : अज्ञात
जो आप नहीं समझते, यदि उसकी प्रसंशा करते हैं तो बुरा करते हैं, लेकिन अगर निंदा करते हैं तो और भी बुरा करते हैं - jo aap nahi samajhte, yadi uski prashansa karte hain to bura karte hai agar ninda karte hain to aur bhi bura karte hain. : लियोनार्डो दा-विंची
जीवन बहुत आसान है- आप कुछ काम करते हैं। ज्यादातर में असफल हो जाते हैं और कुछ में सफल । जो काम कर जाता है उसे आप और अधिक करते हैं। अगर वो बड़ा स्तर तक जाता है तो बाकी लोग तेजी से उसे कॉपी कर लेते हैं। तब आप कुछ और करते हैं। ट्रिक- कुछ और करते रहने में है - jeevan abhut hi aasan hai- aap kuchhkaam karte hain. jyadatar me asafal ho jate hain aur kchh mein safal . : लियोनार्डो दा-विंची
हम किसी भी चीज को पूर्णतः ठीक तरीके से परिभाषित नहीं कर सकते। अगर ऐसा करने की कोशिश करें, तो हम भी उसी वैचारिक पक्षाघात के शिकार हो जाएँगे जिसके शिकार दार्शनिक होते हैं - hum kisi bhi cheez ko poornataya theek tareeke se paribhashit nahi kar sakte. agar humesa karne ki koshish karein to hum bhi us vaicharik pakshaghaat ke shikar ho jaayenge jiske darshnik ho jaate hain. : अज्ञात
कोई भी कार्य करने से पहले उसका परिणाम सोच लेना हितकर होता है; क्योंकि हमारी आने वाली पीढ़ी उसी का अनुसरण करती है - koi bhi kaarya karne sepahle hi uska parinaam soch lena hitkar hota hai, kyonki hamari aane wali peedhi uska anusaran karti hain. : छत्रपति शिवाजी
अपने आत्मबल को जगाने वाला, खुद को पहचानने वाला, और मानव जाति के कल्याण की सोच रखने वाला, पूरे विश्व पर राज्य कर सकता है - apne aatmbal ko jagaane wala, khud ko pahchanne wala, aur manav jaati ke kalyaan ki soch rakhne wala poore vishva par raaj kar sakt hai. : छत्रपति शिवाजी
प्रतिशोध मनुष्य को जलाती रहती है, संयम ही प्रतिशोध को काबू करने का एक उपाय होता है - pratishodh manushya ko jalata rahta hai, samyam hi praishodh ko kaaboo karne ka ekmaatra upaay hai. : छत्रपति शिवाजी
जीवन में सिर्फ अच्छे दिन की आशा नही रखनी चाहिए, क्योंकि दिन और रात की तरह अच्छे दिनों को भी बदलना पड़ता है - jeevan mein achchhe din ki aashanahi rakhni chahiye kyonki din aur raat ki tarah achchhe dino ko bhi badalna padta hai. : छत्रपति शिवाजी
जरूरी नही कि विपत्ति का सामना, दुश्मन के सम्मुख से ही करने में, वीरता हो, वीरता तो विजय में है - jaroori nahi ki vipatti ka saamna, dushman ke sammukh se hi karne mein veerata hai, veeerta to vijay mein hai. : छत्रपति शिवाजी
जीतने वाले लाभ देखते हैं, हारने वाले दर्द - jeetne wale laabh dekhte hain aur haarne waale dard. : शिव खेड़ा
स्वर्ग से कितना दूर? बस अपनी आँखें खोलो और देखो। तुम स्वर्ग में हो - swarg se kitna door? bas apni aakhein kholo aur dekho tum swarg mein ho. : श्री श्री रविशंकर | Sri Sri Ravi Shankar
जन्म देने वाले माता पिता से अध्यापक कहीं अधिक सम्मान के पात्र हैं, क्योंकि माता पिता तो केवल जन्म देते हैं, लेकिन अध्यापक उन्हें शिक्षित बनाते हैं, माता पिता तो केवल जीवन प्रदान करते हैं, जबकि अध्यापक उनके लिए बेहतर जीवन को सुनिश्चित करते हैं - janm den wale maata pita se adhyapak kahin adhik samman ke paatra hain, kyonki mata pita to keval janm dete hain lekin adhyapak unhe shikshit banate hain. : अरस्तु
जीवन मुख्य रुप से अथवा मोटे तौर पर तथ्यों और घटनाओं पर आधारित नहीं है। यह मुख्य रुप से किसी व्यक्ति के दिलो दिमाग में निरन्तर उठने वाले विचारों के तूफानों पर आधारित होती है - jeevan mukhya roop se athva mote taur par tathyo aur ghatnaao par adharit nahi hai.mukhya roop se kisi vyakti ke dilo dimaag nirantar uth rhe vicharo ke toofan par adaharit hai. : मार्क ट्वेन
चरित्र वृक्ष के समान है तो प्रतिष्ठा, उसकी छाया है। हम अक्सर छाया के, बारे में सोचते हैं, जबकि असल, चीज तो वृक्ष ही है - charitra vriksha ke samaan hai to pratishtha, uski chhhaya. hum aksar chhaya ke baare mein sochte hain jabki asal cheez to vriksha hi hai. : अब्राहम लिंकन
भारत हमारी संपूर्ण (मानव) जाति की जननी है तथा संस्कृत यूरोप के सभी भाषाओं की जननी है: भारतमाता हमारे दर्शनशास्त्र की जननी है, अरबॊं के रास्ते हमारे अधिकांश गणित की जननी है, बुद्ध के रास्ते इसाईयत मे निहित आदर्शों की जननी है, ग्रामीण समाज के रास्ते स्व-शासन और लोकतंत्र की जननी है। अनेक प्रकार से भारत माता हम सबकी माता है - bharat hamari smapurna maanav jaati ki janni haitatha sanskrit europe ki sabhi bhashaon ki jannni hai. bharatmata hamare darshanshastra ki janni hai, arab ke raste ganit ki janni hai. buddha ke raste christianity ki janani hai, grameen samaj ke raste swa-shasan aur loktantra ki janani hai. anek prakar se bharatmata hum sabki mata hai. : विलियम ड्रूरंट
सही मायने में बुद्धिपूर्ण विचार हजारों दिमागों में आते रहे हैं। लेकिन उनको अपना बनाने के लिये हमको ही उन पर गहराई से तब तक विचार करना चाहिये जब तक कि वे हमारी अनुभूति में जड न जमा लें - sahi maayne mein buddhipurna vichar hajaaro dimag mein aate rehte hain, lekin unko apna banane ke liye humko hi un par gehraai se tab tak vichar karna chahiye jab tak ve hamari anubhuti mein jad na jamaa lein. : योहान वुल्फगैंग वोन गेटे
एक शब्द और लगभग सही शब्द में ठीक उतना ही अंतर है जितना कि रोशनी और जुगनू में - ek shabd aur lagbhag sahi shabd mein utna hi antar hai jitna ki roshni aur jugnu mein. : मार्क ट्वेन
जो पढ़ता नहीं है, वह उस व्यक्ति से कतई बेहतर नहीं है जो अनपढ़ है - jo padhta nahi hai us vyakti se kahin behtar wah hai jo anpadh hai. : मार्क ट्वेन
क्रोध एक तेजाब है जो उस बर्तन का अधिक अनिष्ट कर सकता है जिसमें वह भरा होता है न कि उसका जिस पर वह डाला जाता है - krosh ek tejaab hai jo us bartan ko adhik nasht karta hai jisme vah bhara hota hai, na ki jis par wah daala jata hai. : मार्क ट्वेन
भारतभूमि मानव जाति का पालना है, मानव-भाषा की जन्मस्थली है, इतिहास की जननी है, पौराणिक कथाओं की दादी है, और प्रथाओं की परदादी है। मानव इतिहास की हमारी सबसे कीमती और सबसे ज्ञान-गर्भित सामग्री केवल भारत में ही संचित है - bhartbhumi manav jaati ka palna hai, manav bhasha ki janmsthali hai, pauranik kathao ki daadi aur prathao ki pardaadi. manav jaati ki hamari sabse keemti aur gyaan garbhit saamigri keval bharat mein hi sanchit hai. : मार्क ट्वेन
देरी से प्राप्त की गई सम्पूर्णता की तुलना में निरन्तर सुधार बेहतर होता है - deri se prapt ki gayi smapoornta ki tulna mein niranatar sudhaar behtar hai. : मार्क ट्वेन
उन लोगों से दूर रहें जो आप आपकी महत्वकांक्षाओं को तुच्छ बनाने का प्रयास करते हैं। छोटे लोग हमेशा ऐसा करते हैं, लेकिन महान लोग आपको इस बात की अनुभूति करवाते हैं कि आप भी वास्तव में महान बन सकते हैं - un logon se door rahein jo aapki mahatvakankshao ko tuchch banane ka prayas karte hain. chhote log hamesha aisa karte hain lekin mahan log hamesha aapko aisi anubhooti karate hain ki aap vaastav mein mahan ban sakte hain. : मार्क ट्वेन
मुझे अधिक संबंध इस बात से नहीं है कि आप असफ़ल हुए, बल्कि इस बात से कि आप अपनी असफलता से कितने संतुष्ट है - mujhe adhik sambandh is baat se nahi hai ki aap asafal hue, balki is baat se hai ki aap apni asafalta se kitna santushta hain. : अब्राहम लिंकन