क्रोध एक तेजाब है जो उस बर्तन का अधिक अनिष्ट कर सकता है जिसमें वह भरा होता है न कि उसका जिस पर वह डाला जाता है।
By : मार्क ट्वेन
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krosh ek tejaab hai jo us bartan ko adhik nasht karta hai jisme vah bhara hota hai, na ki jis par wah daala jata hai. | क्रोध एक तेजाब है जो उस बर्तन का अधिक अनिष्ट कर सकता है जिसमें वह भरा होता है न कि उसका जिस पर वह डाला जाता है।
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