जो दूसरों को धोखा देना चाहता है, वास्तव में वह अपने आपको ही धोखा देता है।
By : प्रज्ञा सुभाषित
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jo doosro ko dhokha dena chahta hai vah vasstav me apne aap ko hi dhokha deta hai. | जो दूसरों को धोखा देना चाहता है, वास्तव में वह अपने आपको ही धोखा देता है।
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