अज्ञानी वे हैं, जो कुमार्ग पर चलकर सुख की आशा करते हैं।
By : प्रज्ञा सुभाषित
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agyani ve hain jo kumarg par chalakar sukh ki aasha karte hain. | अज्ञानी वे हैं, जो कुमार्ग पर चलकर सुख की आशा करते हैं।
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