इंसान जितना अपने मन को मना सके उतना खुश रह सकता है।
By : अब्राहम लिंकन
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insaan jitna chahe aone man ko mana sake utna hi khush rah sakta hai. | इंसान जितना अपने मन को मना सके उतना खुश रह सकता है।
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