दानशीलता हमारी क्षमता से अधिक देने में, और गौरव अपनी आवश्यकता से कम लेने में है।
By : खलील जिब्रान
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daansheelta hamari ksamta se adhik dne mein aur gaurav apni aavshyakta se kam lene mein hai. | दानशीलता हमारी क्षमता से अधिक देने में, और गौरव अपनी आवश्यकता से कम लेने में है।
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