सफल नेतृत्व के लिए मिलनसारी, सहानुभूति और कृतज्ञता जैसे दिव्य गुणों की अतीव आवश्यकता है।
By : प्रज्ञा सुभाषित
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safal netritva ke liye milansaari, sahanubhooti aur kritagyata jaise divya guno ki atyavashyakta hai. | सफल नेतृत्व के लिए मिलनसारी, सहानुभूति और कृतज्ञता जैसे दिव्य गुणों की अतीव आवश्यकता है।
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