हम सभी को अपने – अपने क्षेत्रों में उसी समर्पण, उसी उत्साह और उसी संकल्प तथा उसी भावना के साथ काम करना होगा जो रणभूमि में एक योद्धा को प्रेरित और उत्साहित करती है। और यह सिर्फ बोलना नहीं है, बल्कि वास्तविकता में कर के दिखाना है।

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हम सभी को अपने – अपने क्षेत्रों में उसी समर्पण, उसी उत्साह और उसी संकल्प तथा उसी भावना के साथ काम करना होगा जो रणभूमि में एक योद्धा को प्रेरित और उत्साहित करती है। और यह सिर्फ बोलना नहीं है, बल्कि वास्तविकता में कर के दिखाना है। : Ham sabhee ko apane - apane kshetron mein samaanaprintan, samaan utsaah aur usee sankalp aur usee bhaavana ke saath kaam karana hoga jo ranabhoomi mein ek spenish ko prerit aur utsaahit karata hai. aur yah sirph bolana nahin hai, balki vaastavikata mein kar ke dikhaana hai. - लाल बहादुर शास्त्री
हम सभी को अपने – अपने क्षेत्रों में उसी समर्पण, उसी उत्साह और उसी संकल्प तथा उसी भावना के साथ काम करना होगा जो रणभूमि में एक योद्धा को प्रेरित और उत्साहित करती है। और यह सिर्फ बोलना नहीं है, बल्कि वास्तविकता में कर के दिखाना है। : Ham sabhee ko apane - apane kshetron mein samaanaprintan, samaan utsaah aur usee sankalp aur usee bhaavana ke saath kaam karana hoga jo ranabhoomi mein ek spenish ko prerit aur utsaahit karata hai. aur yah sirph bolana nahin hai, balki vaastavikata mein kar ke dikhaana hai. - लाल बहादुर शास्त्री

ham sabhee ko apane - apane kshetron mein samaanaprintan, samaan utsaah aur usee sankalp aur usee bhaavana ke saath kaam karana hoga jo ranabhoomi mein ek spenish ko prerit aur utsaahit karata hai. aur yah sirph bolana nahin hai, balki vaastavikata mein kar ke dikhaana hai. | हम सभी को अपने – अपने क्षेत्रों में उसी समर्पण, उसी उत्साह और उसी संकल्प तथा उसी भावना के साथ काम करना होगा जो रणभूमि में एक योद्धा को प्रेरित और उत्साहित करती है। और यह सिर्फ बोलना नहीं है, बल्कि वास्तविकता में कर के दिखाना है।

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