यह बात मायने नहीं रखती की आप कितना धीमे चल रहे हैं, जब तक की आप रुकें नहीं|
By : कन्फ्युशियस
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yah baat maayne nahi rakhti ki aap kitna dheeme chal rahe hain , jab tak ki aap ruke nahi | यह बात मायने नहीं रखती की आप कितना धीमे चल रहे हैं, जब तक की आप रुकें नहीं|
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- कभी कभी अपने लक्ष्य के बीच में आने वाली निराशाओं के प्रति प्रतिरोध विकसित करना पड़ता है|
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