बोधविचार - प्रेरक, ज्ञानपूर्ण व बेहतरीन विचारों का संग्रह

इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये कि आपने क्या करने के लिए सोचा है, बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये और इस काम को करने के लिए दृढ रहिये - is baat ko vyakt mat hone deejiye ki aapne kya karne ka socha hai. buddhimani se ise rahasya banaye rakhiye aur is kaam ko karne ke liye dridh bane rahiye : चाणक्य

इस बात को व्यक्त मत होने दीजिये कि आपने क्या करने के लिए सोचा है, बुद्धिमानी से इसे रहस्य बनाये रखिये और इस काम को करने के लिए दृढ रहिये। : Is baat ko vyakt mat hone deejiye ki aapne kya karne ka socha hai. buddhimani se ise rahasya banaye rakhiye aur is kaam ko karne ke liye dridh bane rahiye - चाणक्य

व्यक्ति अकेले पैदा होता है और अकेले मर जाता है और वो अपने अच्छे और बुरे कर्मों का फल खुद ही भुगतता है | वह अकेले ही नर्क या स्वर्ग जाता है - vyakti akele hi paida hota hai aur akele hi mar jata hai. wo apne achche bure karmo ka fal khud bhugtata hai aur akela hi swarg athva narak jata hai. : चाणक्य

व्यक्ति अकेले पैदा होता है और अकेले मर जाता है और वो अपने अच्छे और बुरे कर्मों का फल खुद ही भुगतता है | वह अकेले ही नर्क या स्वर्ग जाता है। : Vyakti akele hi paida hota hai aur akele hi mar jata hai. wo apne achche bure karmo ka fal khud bhugtata hai aur akela hi swarg athva narak jata hai. - चाणक्य

वेश्याएं निर्धनों के साथ नहीं रहतीं, नागरिक दुर्बलों की संगती में नहीं रहते, और पक्षी उस पेड़ पर घोंसला नहीं बनाते जिसपे फल ना हों - Vaishyaye nirdhano ke sath nahi rehti, nagrik durbalo ki sangati me nhi rahte aur pakshi us ped par ghosla nahi banate jis par fal na ho : चाणक्य

वेश्याएं निर्धनों के साथ नहीं रहतीं, नागरिक दुर्बलों की संगती में नहीं रहते, और पक्षी उस पेड़ पर घोंसला नहीं बनाते जिसपे फल ना हों। : Vaishyaye nirdhano ke sath nahi rehti, nagrik durbalo ki sangati me nhi rahte aur pakshi us ped par ghosla nahi banate jis par fal na ho - चाणक्य