जीवन के प्रकाशवान् क्षण वे हैं, जो सत्कर्म करते हुए बीते।
By : प्रज्ञा सुभाषित
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jeevan ke prakashvan kshan ve hain jo satkarma karte hue beetein | जीवन के प्रकाशवान् क्षण वे हैं, जो सत्कर्म करते हुए बीते।
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