हर व्यक्ति जो मिल के सिद्धांत कि एक देश दूसरे देश पर शासन नहीं कर सकता को दोहराता है उसे ये भी स्वीकार करना चाहिए कि एक वर्ग दूसरे वर्ग पर शासन नहीं कर सकता।

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हर व्यक्ति जो मिल के सिद्धांत कि एक देश दूसरे देश पर शासन नहीं कर सकता को दोहराता है उसे ये भी स्वीकार करना चाहिए कि एक वर्ग दूसरे वर्ग पर शासन नहीं कर सकता। : Har vyakti jo mil ke siddhant ki ek desh doosre desh par shasan nahi kar sakta ko dohraata hai , use yahbhi sweekarna chahiye ki ek varg doosre varg par shasan nahin karta. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर
हर व्यक्ति जो मिल के सिद्धांत कि एक देश दूसरे देश पर शासन नहीं कर सकता को दोहराता है उसे ये भी स्वीकार करना चाहिए कि एक वर्ग दूसरे वर्ग पर शासन नहीं कर सकता। : Har vyakti jo mil ke siddhant ki ek desh doosre desh par shasan nahi kar sakta ko dohraata hai , use yahbhi sweekarna chahiye ki ek varg doosre varg par shasan nahin karta. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

har vyakti jo mil ke siddhant ki ek desh doosre desh par shasan nahi kar sakta ko dohraata hai , use yahbhi sweekarna chahiye ki ek varg doosre varg par shasan nahin karta. | हर व्यक्ति जो मिल के सिद्धांत कि एक देश दूसरे देश पर शासन नहीं कर सकता को दोहराता है उसे ये भी स्वीकार करना चाहिए कि एक वर्ग दूसरे वर्ग पर शासन नहीं कर सकता।

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