धन से अच्छे गुण नहीं मिलते, धन अच्छे गुणों से मिलता है।
By : सुकरात | Socrates
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dhanse achche gun nahi milte, dhan achche guno se milta hai. | धन से अच्छे गुण नहीं मिलते, धन अच्छे गुणों से मिलता है।
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- नैतिकता महज एक रवैया है जो हम ऐसे लोगों के प्रति अपनाते हैं जिन्हें हम व्यक्तिगत रूप से नापसंद करते हैं।
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- कर्तव्यनिष्ठ पुरूष कभी निराश नहीं होता। अतः जब तक जीवित रहें और कर्तव्य करते रहें, तो इसमें पूरा आनन्द मिलेगा।
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