हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है।
By : सुकरात | Socrates
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har varsh ek buri aadat ko mool se khodkar fenka jaaye to kuchh hi varsho mein bure se bura vyakti bhala ho sakta hai. | हर वर्ष एक बुरी आदत को मूल से खोदकर, फेंका जाए तो कुछ ही वर्षों में बुरे से बुरा, व्यक्ति भला हो सकता है।
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