कभी कभी हमारी अधिक चिंता करने की आदत हमें परेशानियां देती है - kabhee kabhee hamaaree adhik chinta karane kee aadat hamen pareshaaniyaan detee hai. : मार्क ट्वेन
यदि आप हमेशा सत्य बोलते हैं,तो आपको कुछ और याद रखने की आवश्यकता नहीं है - yadi aap hamesha saty bolate hain,to aapako kuchh aur yaad rakhane kee aavashyakata nahin hai. : मार्क ट्वेन
जो व्यक्ति आपको समझता ना हो उसे कभी भी अपनी तकलीफ ना बताएं - jo vyakti aapako samajhata na ho use kabhee bhee apanee takaleeph na bataen. : मार्क ट्वेन
सांप की तरह बुद्धिमान और कबूतर की तरह होशियार रहना चाहिए - saamp kee tarah buddhimaan aur kabootar kee tarah hoshiyaar rahana chaahie. : मार्क ट्वेन
जिंदगी को ऐसे जिए ताकि मर्त्यु के आने पर हमें किसी चीज़ का अफ़सोस न हो| - jindagee ko aise jie taaki martyu ke aane par hamen kisee cheez ka afasos na ho| : मार्क ट्वेन
पैसा अधिक होना और कम होना दोनो लड़ाई की जड़ है - paisa adhik hona aur kam hona dono ladaee kee jad hai. : मार्क ट्वेन
जिसकी याददाश अच्छी होती है,वह व्यक्ति कभी कुछ नहीं भूल सकता - jisakee yaadadaash achchhee hotee hai,vah vyakti kabhee kuchh nahin bhool sakata. : मार्क ट्वेन
दया एक ऐसी भाषा है जिसे अंधा या बेहरा दोनो देख और सुन सकते हैं - daya ek aisee bhaasha hai jise andha ya behara dono dekh aur sun sakate hain. : मार्क ट्वेन
जो करना हो आज ही करिये कल पर नहीं टालना चाहिए| - jo karana ho aaj hee kariye kal par nahin taalana chaahie| : मार्क ट्वेन
ज्यादा चिंतित रहने से व्यक्ति परेशानियों को बुला लेता है| - jyaada chintit rahane se vyakti pareshaaniyon ko bula leta hai| : मार्क ट्वेन
प्रार्थना करने के लिए तन से ज्यादा मन का पवित्र होना जरूरी होता है - praarthana karane ke lie tan se jyaada man ka pavitr hona jarooree hota hai. : मार्क ट्वेन
मरने के बाद हर व्यक्ति की लोग तारीफ ही करते हैं - marane ke baad har vyakti kee log taareeph hee karate hain. : मार्क ट्वेन
व्यक्ति सफल सिर्फ पुस्तक पड़ कर नही होता,बल्कि उसने पुस्तक से क्या सीखा है उससे सफल होता है - vyakti saphal sirph pustak pad kar nahee hota,balki usane pustak se kya seekha hai usase saphal hota hai. : मार्क ट्वेन
जीवन मुख्य रुप से अथवा मोटे तौर पर तथ्यों और घटनाओं पर आधारित नहीं है। यह मुख्य रुप से किसी व्यक्ति के दिलो दिमाग में निरन्तर उठने वाले विचारों के तूफानों पर आधारित होती है - jeevan mukhya roop se athva mote taur par tathyo aur ghatnaao par adharit nahi hai.mukhya roop se kisi vyakti ke dilo dimaag nirantar uth rhe vicharo ke toofan par adaharit hai. : मार्क ट्वेन
एक शब्द और लगभग सही शब्द में ठीक उतना ही अंतर है जितना कि रोशनी और जुगनू में - ek shabd aur lagbhag sahi shabd mein utna hi antar hai jitna ki roshni aur jugnu mein. : मार्क ट्वेन
जो पढ़ता नहीं है, वह उस व्यक्ति से कतई बेहतर नहीं है जो अनपढ़ है - jo padhta nahi hai us vyakti se kahin behtar wah hai jo anpadh hai. : मार्क ट्वेन
क्रोध एक तेजाब है जो उस बर्तन का अधिक अनिष्ट कर सकता है जिसमें वह भरा होता है न कि उसका जिस पर वह डाला जाता है - krosh ek tejaab hai jo us bartan ko adhik nasht karta hai jisme vah bhara hota hai, na ki jis par wah daala jata hai. : मार्क ट्वेन
भारतभूमि मानव जाति का पालना है, मानव-भाषा की जन्मस्थली है, इतिहास की जननी है, पौराणिक कथाओं की दादी है, और प्रथाओं की परदादी है। मानव इतिहास की हमारी सबसे कीमती और सबसे ज्ञान-गर्भित सामग्री केवल भारत में ही संचित है - bhartbhumi manav jaati ka palna hai, manav bhasha ki janmsthali hai, pauranik kathao ki daadi aur prathao ki pardaadi. manav jaati ki hamari sabse keemti aur gyaan garbhit saamigri keval bharat mein hi sanchit hai. : मार्क ट्वेन
देरी से प्राप्त की गई सम्पूर्णता की तुलना में निरन्तर सुधार बेहतर होता है - deri se prapt ki gayi smapoornta ki tulna mein niranatar sudhaar behtar hai. : मार्क ट्वेन
उन लोगों से दूर रहें जो आप आपकी महत्वकांक्षाओं को तुच्छ बनाने का प्रयास करते हैं। छोटे लोग हमेशा ऐसा करते हैं, लेकिन महान लोग आपको इस बात की अनुभूति करवाते हैं कि आप भी वास्तव में महान बन सकते हैं - un logon se door rahein jo aapki mahatvakankshao ko tuchch banane ka prayas karte hain. chhote log hamesha aisa karte hain lekin mahan log hamesha aapko aisi anubhooti karate hain ki aap vaastav mein mahan ban sakte hain. : मार्क ट्वेन
स्वास्थ्य के संबंध में, पुस्तकों पर भरोसा न करें। छपाई की एक गलती जानलेवा भी हो सकती है - swasthya ke sambandh mein pustako par bharosa na karein, chhapai ki ek galti jaanleva bhi ho sakti hai. : मार्क ट्वेन