अपने शरीर को जानकर एवं विश्वास और जीव विज्ञान के बीच की कड़ी समझ कर आप उम्र बढ़ने से मुक्ति पा सकते हैं।
By : दीपक चोपड़ा
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apne shareer ko jaankar evam vishvas aur jeev vigyan ke beech ki kadi samajh kar aap umra badhne se mukti paa sakte hain. | अपने शरीर को जानकर एवं विश्वास और जीव विज्ञान के बीच की कड़ी समझ कर आप उम्र बढ़ने से मुक्ति पा सकते हैं।
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- यदि आप और मैं इस क्षण किसी के भी विरुद्ध हिंसा या नफरत का विचार ला रहे हैं तो हम दुनिया को घायल करने में योगदान दे रेहे हैं।
- ब्रह्माण्ड में कोई भी टुकड़ा अतिरिक्त नहीं है। हर कोई यहाँ इसलिए है क्योंकि उसे कोई जगह भरनी है, हर एक टुकड़े को बड़ी पहेली में फिट होना है।
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- प्रसन्नता ऐसी घटनाओ की निरंतरता है जिनका हम विरोध नहीं करते।
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- कबीर धूल सकेलि के, पुड़ी जो बाँधी येह | दिवस चार का पेखना, अन्त खेह की खेह ||
- भेष देख मत भूलिये, बूझि लीजिये ज्ञान | बिना कसौटी होत नहीं, कंचन की पहिचान ||
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