अपने आपको जान लेने पर मनुष्य सब कुछ पा सकता है।
By : प्रज्ञा सुभाषित
इमेज का डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है
apne aap ko jaan lene par manushya sab kuchh paa sakta hai. | अपने आपको जान लेने पर मनुष्य सब कुछ पा सकता है।
Related Posts
- जिनके अंदर अय्याशी, फिजूलखर्ची और विलासिता की कुर्बानी देने की हिम्मत नहीं, वे अध्यात्म से कोसों दूर हैं।
- मांसाहार मानवता को त्यागकर ही किया जा सकता है।
- जीवन की सफलता के लिए यह नितांत आवश्यक है कि हम विवेकशील और दूरदर्शी बनें।
- मनुष्य के भावों में प्रबल रचना शक्ति है, वे अपनी दुनिया आप बसा लेते हैं।
- मनुष्य बुद्धिमानी का गर्व करता है, पर किस काम की वह बुद्धिमानी-जिससे जीवन की साधारण कला हँस-खेल कर जीने की प्रक्रिया भी हाथ न आए।
- ऊँचे सिद्धान्तों को अपने जीवन में धारण करने की हिम्मत का नाम है-अध्यात्म।
- ज्ञान के नेत्र हमें अपनी दुर्बलता से परिचित कराने आते हैं। जब तक इंद्रियों में सुख दीखता है, तब तक आँखों पर पर्दा हुआ मानना चाहिए।
- युग निर्माण योजना का आरम्भ दूसरों को उपदेश देने से नहीं, वरन् अपने मन को समझाने से शुरू होगा।
- आत्म निर्माण ही युग निर्माण है।
- अज्ञान और कुसंस्कारों से छूटना ही मुक्ति है।