उस सर्वव्यापक ईश्वर को योग द्वारा जान लेने पर हृदय की अविद्यारुपी गांठ कट जाती है, सभी प्रकार के संशय दूर हो जाते हैं और व्यक्ति भविष्य में पाप नहीं करता।
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us sarvavyaapak ishwar ko yoga dwara jaan lene par hridaya ki avidyaroopi ganth kat jaati hai. sabh prakar ke sanshay door ho jate hain vyakti bhavishya me koi paap nahi karta. | उस सर्वव्यापक ईश्वर को योग द्वारा जान लेने पर हृदय की अविद्यारुपी गांठ कट जाती है, सभी प्रकार के संशय दूर हो जाते हैं और व्यक्ति भविष्य में पाप नहीं करता।
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