तुम कहते हो की स्वर्ग में शाश्वत सौंदर्य है,शाश्वत सौंदर्य अभी है यहाँ ,स्वर्ग में नही।
By : आचार्य रजनीश 'ओशो'
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tum kehte ho ki swarg me shashwat saundarya hai, shashwat saundarya abhi hai yahan, swarg me nahin. | तुम कहते हो की स्वर्ग में शाश्वत सौंदर्य है,शाश्वत सौंदर्य अभी है यहाँ ,स्वर्ग में नही।
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