स्वयं को मुक्त मानने वाला मुक्त ही है और बद्ध मानने वाला बंधा हुआ ही है। यह कथन सत्य ही है कि जैसी बुद्धि होती है वैसी ही गति होती है।
By : अष्टावक्र
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swayam ko mukt manne wala hi mukta hai aur badhha manne wala bandha hua . yah kathan satya hi hai ki jaisi buddhi hoti hai waisi hi gati hoti hai. | स्वयं को मुक्त मानने वाला मुक्त ही है और बद्ध मानने वाला बंधा हुआ ही है। यह कथन सत्य ही है कि जैसी बुद्धि होती है वैसी ही गति होती है।
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