मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।
By : ए पी जे अब्दुल कलाम
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main hamesha is baat ko sweekar karne ko taiyar tha ki main kuchh cheeze nahi badal sakta | मैं हमेशा इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।
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- जीवन में कठिनाइयाँ हमे बर्बाद करने नहीं आती है, बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकलने में हमारी मदद करने आती है, कठिनाइयों को यह जान लेने दो की आप उससे भी ज्यादा कठिन हो।
- बारिश की दौरान सारे पक्षी आश्रय की खोज करते है लेकिन बाज़ बादलों के ऊपर उडकर बारिश को ही अवॉयड कर देते है। समस्याएँ कॉमन है, लेकिन आपका एटीट्यूड इनमे डिफरेंस पैदा करता है।
- यदि आपको उत्तर के रूप में No मिलता है, तो याद रखें N.O. का अर्थ है – Next Opportunity। तो, आइए सकारात्मक रहें।
- भगवान, हमारे निर्माता, ने हमारे मस्तिष्क और व्यक्तित्व में असीम शक्तियां और क्षमताएं दी हैं। प्रार्थना हमें इन शक्तियों को विकसित करने में मदद करती है।
- मुझे पूरा विश्वास है कि जब तक किसी व्यक्ति ने नाकामयाबी की कड़वी गोली ना चखी हो, वह कामयाबी के लिए पर्याप्त महत्वकांक्षा नहीं रख सकता।
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- मनुस्य के लिए कठिनाइयों का होना बहुत जरुरी है कियोंकि कठिनाइयों के बिना सफलता का आनंद नहीं लिया जा सकता।
- एक महान लोकतंत्र में देश की समग्र समृद्धि, शांति और खुशी के लिए हर एक नागरिक की कुशलता, व्यक्तिकता और खुशी आवश्यक है।
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