खजाने को चोरों से नहीं पहरेदारों से धोखा है। देश को सिर्फ दुश्मनों से ही नहीं बल्कि इन गद्दारों से धोखा है।
By : अन्ना हजारे
इमेज का डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है
khajane ko choro se nahi paharedaron se dhokha hai, desh ko sirf dushmano se nahi in gaddaro se dhokha hai. | खजाने को चोरों से नहीं पहरेदारों से धोखा है। देश को सिर्फ दुश्मनों से ही नहीं बल्कि इन गद्दारों से धोखा है।
Related Posts
- हमें कैमरे से दूर रहना चाहिये तभी हम देश के लिये कुछ कर पायेंगे, वो लोग जो हर वक्त मीडिया की चकाचौंध में रहना चाहते हैं वो कभी देश के लिये कुछ भी नहीं कर सकते।
- मैं इस देश के लोगों से अनुरोध करता हूँ कि इस क्रांति को जारी रखें.मैं ना हूँ तो भी लोगों को संघर्ष जारी रखना चाहिए।
- कल मेरा रक्त चाप कम था, लेकिन आज यह फिर से नियंत्रण में है क्योंकि देश की ताकत मेरे पीछे है।
- देश के विकास के लिए नौजवानों को आगे आना चाहिये।
- सत्ताधीशों की सत्ता उनकी मृत्यु के साथ ही समाप्त हो जाती है, पर महान देशभक्तों की सत्ता मरने के बाद काम करती है, अतः देशभक्ति अर्थात् देश-सेवा में जो मिठास है, वह और किसी चीज में नहीं।
- हर जाति या राष्ट्र खाली तलवार से वीर नहीं बनता तलवार तो रक्षा-हेतु आवश्यक है, पर राष्ट्र की प्रगति को तो उसकी नैतिकता से ही मापा जा सकता है।
- एकता के बिना जनशक्ति शक्ति नहीं है जब तक उसे ठीक तरह से सामंजस्य में ना लाया जाए और एकजुट ना किया जाए, और तब यह आध्यात्मिक शक्ति बन जाती है।
- प्रजा का विश्वास, राज्य की निर्भयता की निशानी है।
- अब हर भारतीय को भूल जाना चाहिए कि वह सिख हैं, जाट है या राजपूत। उसे केवल इतना याद रखना चाहिए कि अब वह केवल भारतीय हैं जिसके पास सभी अधिकार हैं, लेकिन उसके कुछ कर्तव्य भी हैं।
- प्राण लेने का अधिकार तो ईश्वर को है। सरकार की तोप या बंदूकें हमारा कुछ नहीं कर सकतीं। हमारी निर्भयता ही हमारा कवच है।