हमारे पास सुनने की क्षमता है। हम बादलों के अट्टहास सुन सकते हैं, चिड़ियों के कलरव भी। हम दुनिया को भी सुन सकते हैं और मन की आवाज़ भी। मगर अद्भुत है मन की आवाज़ सुनना।
By : रवीन्द्र प्रभात
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hamare paas sunne kikshamta hai. hum baadlo ke attahas ko sun sakte hain aur chidiyon ke kalrav ko. hum duniya ki aawaz sun sakte hain aur man ki bhi. magar adbhut hai man ki aawza ko sunnna | हमारे पास सुनने की क्षमता है। हम बादलों के अट्टहास सुन सकते हैं, चिड़ियों के कलरव भी। हम दुनिया को भी सुन सकते हैं और मन की आवाज़ भी। मगर अद्भुत है मन की आवाज़ सुनना।
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- आप रातोरात अपनी पत्नी को नहीं बदल सकते, अपने बच्चों को नहीं बदल सकते, अपने सहयोगियों/सहकर्मियों अथवा मित्रों को नहीं बदल सकते मगर स्वयं को बदल सकते हैं …कोशिश करके देखिये आप बदलेंगे तो अपने आप यह समूह भी बदल जाएगा।
- यदि कोई दुखी है, पीड़ित है और उसके कंधे पर हाथ रख दिया जाये, तो निश्चित रूप से उसकी पीड़ा कम हो जाएगी। रोते हुये बच्चे को माँ या फिर किसी सगे के द्वारा गोद में उठा लेना और संस्पर्श पाकर बच्चे का चुप हो जाना यह दर्शाता है कि स्पर्श हमारा भावनात्मक बल है।
- स्वप्न विचारों में परिवर्तित होते हैं और विचार कार्य में परिणत होते हैं।
- भगवान केवल उन्हीं लोगों की मदद करते हैं जो कड़ी मेहनत करते हैं।
- ईश्वर की संतान के रूप में, मेरे साथ जो कुछ भी घटित हो सकता है, मैं उससे बड़ा हूँ।
- यादें और भावनाएं यातना का सबसे बड़ा रूप हो सकती हैं।
- सच तो यह है कि किसी व्यवस्था के लाभार्थियों से उसे नष्ट करने की उम्मीद नहीं की जा सकती।
- आज़ादी कभी दी नहीं जाती, जीती जाती है।
- उच्छृंखल होने का एक फायदा यह है कि व्यक्ति लगातार रोमांचक खोजें करता रहता है।
- जोखिम के बिना कोई साहसिक कार्य नहीं है, और साहस के समान कोई उत्साह नहीं है।