एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी (पुस्तकालय) के बराबर होता है |

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एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी (पुस्तकालय) के बराबर होता है | : Ek achchi pustak hazaar dost ke barabar hoti hai jabki ek achcha dost ek library ke barabar hota hai. - ए पी जे अब्दुल कलाम
एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्छा दोस्त एक लाइब्रेरी (पुस्तकालय) के बराबर होता है | : Ek achchi pustak hazaar dost ke barabar hoti hai jabki ek achcha dost ek library ke barabar hota hai. - ए पी जे अब्दुल कलाम

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