दूसरे के मुह से पानी नहीं पिया जा सकता ,हमे पानी स्वयं पीना होगा। वर्तमान व्यवस्था (अंग्रेजी हुकूमत ) हमे दुसरे के मुह से पानी पीने के लिए मजबूर करती है। हमे अपने कुवें से अपना पानी खीचना और पानी पीना चाहिये।

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दूसरे के मुह से पानी नहीं पिया जा सकता ,हमे पानी स्वयं पीना होगा। वर्तमान व्यवस्था (अंग्रेजी हुकूमत ) हमे दुसरे के मुह से पानी पीने के लिए मजबूर करती है। हमे अपने कुवें से अपना पानी खीचना और पानी पीना चाहिये। : Doosre ke muh se paani nahi peeya jaa sakta, paanihumein swayam peena hoga. vartmaan vyavastha(angrezi hukoomat) humein ddosre ke muh s epaani peene par majboor karti hai. apne kue se paani kheench kar swayam peeye - बाल गंगाधर तिलक
दूसरे के मुह से पानी नहीं पिया जा सकता ,हमे पानी स्वयं पीना होगा। वर्तमान व्यवस्था (अंग्रेजी हुकूमत ) हमे दुसरे के मुह से पानी पीने के लिए मजबूर करती है। हमे अपने कुवें से अपना पानी खीचना और पानी पीना चाहिये। : Doosre ke muh se paani nahi peeya jaa sakta, paanihumein swayam peena hoga. vartmaan vyavastha(angrezi hukoomat) humein ddosre ke muh s epaani peene par majboor karti hai. apne kue se paani kheench kar swayam peeye - बाल गंगाधर तिलक

doosre ke muh se paani nahi peeya jaa sakta, paanihumein swayam peena hoga. vartmaan vyavastha(angrezi hukoomat) humein ddosre ke muh s epaani peene par majboor karti hai. apne kue se paani kheench kar swayam peeye | दूसरे के मुह से पानी नहीं पिया जा सकता ,हमे पानी स्वयं पीना होगा। वर्तमान व्यवस्था (अंग्रेजी हुकूमत ) हमे दुसरे के मुह से पानी पीने के लिए मजबूर करती है। हमे अपने कुवें से अपना पानी खीचना और पानी पीना चाहिये।

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