यदि हमें गौरव से जीने का भाव जगाना है, अपने अंतर्मन में राष्ट्रभक्ति के बीज को पल्लवित करना है तो राष्ट्रीय तिथियों का आश्रय लेना होगा।

इमेज का डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है

यदि हमें गौरव से जीने का भाव जगाना है, अपने अंतर्मन में राष्ट्रभक्ति के बीज को पल्लवित करना है तो राष्ट्रीय तिथियों का आश्रय लेना होगा। : Agar hamen gaurav se jeene ka bhaav jagaana hai, apane antarman mein raashtrabhakti ke beej ko pallavit karana hai to raashtreey tithiyon ka aashray lena hoga. - स्वामी विवेकानन्द | Swami Vivekananda
यदि हमें गौरव से जीने का भाव जगाना है, अपने अंतर्मन में राष्ट्रभक्ति के बीज को पल्लवित करना है तो राष्ट्रीय तिथियों का आश्रय लेना होगा। : Agar hamen gaurav se jeene ka bhaav jagaana hai, apane antarman mein raashtrabhakti ke beej ko pallavit karana hai to raashtreey tithiyon ka aashray lena hoga. - स्वामी विवेकानन्द | Swami Vivekananda

agar hamen gaurav se jeene ka bhaav jagaana hai, apane antarman mein raashtrabhakti ke beej ko pallavit karana hai to raashtreey tithiyon ka aashray lena hoga. | यदि हमें गौरव से जीने का भाव जगाना है, अपने अंतर्मन में राष्ट्रभक्ति के बीज को पल्लवित करना है तो राष्ट्रीय तिथियों का आश्रय लेना होगा।

Related Posts