आज काल के लोग हैं, मिलि कै बिछुरी जाहिं | लाहा कारण आपने, सौगन्ध राम कि खाहिं ||
By : कबीर
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aaj kaal ke log hain, mili kai bichhuree jaahin | laaha kaaran aapane, saugandh raam ki khaahin || | आज काल के लोग हैं, मिलि कै बिछुरी जाहिं | लाहा कारण आपने, सौगन्ध राम कि खाहिं ||
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