ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है।
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gyaan svayan mein vartamaan hai, manushy keval usaka aavishkaar karata hai. | ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है।
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- शिक्षा का अर्थ है उस पूर्णता को व्यक्त करना जो सब मनुष्यों में पहले से विद्यमान है।
- जिसके साथ श्रेष्ठ विचार रहते हैं, वह कभी भी अकेला नहीं रह सकता।
- हिन्दू संस्कृति आध्यात्मिकता की अमर आधारशिला पर स्थित है।
- यदि हमें गौरव से जीने का भाव जगाना है, अपने अंतर्मन में राष्ट्रभक्ति के बीज को पल्लवित करना है तो राष्ट्रीय तिथियों का आश्रय लेना होगा।
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