चरित्र वृक्ष के समान है तो प्रतिष्ठा, उसकी छाया है। हम अक्सर छाया के, बारे में सोचते हैं, जबकि असल, चीज तो वृक्ष ही है।
By : अब्राहम लिंकन
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charitra vriksha ke samaan hai to pratishtha, uski chhhaya. hum aksar chhaya ke baare mein sochte hain jabki asal cheez to vriksha hi hai. | चरित्र वृक्ष के समान है तो प्रतिष्ठा, उसकी छाया है। हम अक्सर छाया के, बारे में सोचते हैं, जबकि असल, चीज तो वृक्ष ही है।
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