मैंने प्रेम को ही अपनाने का निर्णय किया है। द्वेष करना तो बेहद बोझिल काम है।
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maine prem ko hi apnaane ka nirnay kiya hai. dwesh karna to behad bojhil kam hai | मैंने प्रेम को ही अपनाने का निर्णय किया है। द्वेष करना तो बेहद बोझिल काम है।
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- निशानियाँ अक्सर सच्चे प्रेम की ही होती हैं
- प्रेम में ही वह ताकत है,जो शत्रु को भी मित्र बना देता है |
- अंधकार से अंधकार को दूर नहीं किया जा सकता है, केवल प्रकाश से ही ऐसा किया जा सकता है, नफरत से नफरत को नहीं हटाया जा सकता है, केवल प्यार से ही ऐसा किया जा सकता है।
- आप जिस चीज से सबसे ज्यादा प्यार करते हैं वह हमेशा आपकी सबसे बड़ी कमजोरी बनने का रास्ता ढूंढ लेती है।
- मुझसे वादा करो तुम मुझे कभी नहीं भूलोगे क्योंकि अगर मैंने सोचा कि तुम भूलोगे तो मैं कभी नहीं जाऊँगा।
- जब मैं तुम्हारे साथ नहीं होता तो कुछ सेकंड सदियों के समान लगते हैं।
- मानवता को जीवित रखने के लिए प्रेम और दया की आवश्यकता होती है विलासिता की नहीं|
- मैं चाहता हूं की वो भी मुझसे उतना ही प्रेम करे जितना मैं उससे करता हूं।
- जीवन एक खाली किताब है जिसके पन्ने हमें खुद भरना है|
- वास्तव में खुश होने पर व्यक्ति को कुछ साबित करने की आवश्यकता नहीं होती।