कड़वाहट कैंसर की तरह है। ये कडवाहट रखने वाले को खा जाती है| लेकिन क्रोध आग की तरह है। ये सबकुछ जला कर साफ़ कर देता है।
By : माया एंजिलो
इमेज का डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है
kadwaahat cancerki tarah hai. yah kadwahat rakhne wale vyakti ko kha jati hai. krodh aag ki tarh hai yah sab kuchh jalaa ke khakh kar deta hai. | कड़वाहट कैंसर की तरह है। ये कडवाहट रखने वाले को खा जाती है| लेकिन क्रोध आग की तरह है। ये सबकुछ जला कर साफ़ कर देता है।
Related Posts
- पूर्ण विश्वास के साथ बोला गया “नहीं” सिर्फ दूसरों को खुश करने या समस्या से छुटकारा पाने के लिए बोले गए “हाँ” से बेहतर है।
- आप आज जो करते हैं उस पर भविष्य निर्भर करता है।
- उतावले उत्साह से बड़ा परिणाम निकलने की आशा नहीं रखनी चाहिये।
- मान-सम्मान किसी के देने से नहीं मिलते, अपनी योग्यतानुसार मिलते हैं।
- बोलने में मर्यादा मत छोड़ना, गालियाँ देना तो कायरों का काम है।
- जो तलवार चलाना जानते हुए भी अपनी तलवार को मयान में रखता है उसी को सच्ची अहिंसा कहते है।
- कठिन समय में कायर बहाना ढूंढते हैं तो वहीं, बहादुर व्यक्ति रास्ता खोजते है।
- अक्सर मैं, ऐसे बच्चे जो मुझे अपना साथ दे सकते हैं, के साथ हंसी-मजाक करता हूँ। जब तक एक इंसान अपने अन्दर के बच्चे को बचाए रख सकता है तभी तक उसका जीवन उस अंधकारमयी छाया से दूर रह सकता है, जो इंसान के माथे पर चिंता की रेखाएं छोड़ जाती है।
- यदि मरना होगा, तो वे अपने पापों से मरेंगे। जो काम प्रेम व शांति से होता है, वह वैर-भाव से नहीं होता।
- लोहा भले ही गर्म हो जाए, हथौड़े को तो ठंडा ही रहना चाहिए अन्यथा वह स्वयं अपना हत्था जला डालेगा।