जिस पर तुम्हारा वश नहीं, उसके लिये दुख करना बंद कर दो।
By : विलियम शेक्सपियर
इमेज का डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है
jis par tumhara vash nahi uske liye dukh karna band karo. | जिस पर तुम्हारा वश नहीं, उसके लिये दुख करना बंद कर दो।
Related Posts
- अपेक्षा ही मनोव्यथा का मूल है।
- कोई पछतावा नहीं। उसके लिए कोई समय नहीं है। पछतावा उबाऊ है।
- अक्सर दृश्य परिवर्तन से अधिक स्वयं में परिवर्तन की आवश्यकता होती है।
- यदि मैं आज भी उनहीं बातों पर विश्वास करता हूँ जो मैंने कल की थीं तो मैंने कुछ नहीं सीखा।
- सफल होने के लिए आपको अवश्य पढ़ना चाहिए।
- चिंता कभी भी अपने कल के दुःख को नहीं छीनती, बल्कि केवल आज की ताकत को छीन लेती है।
- वास्तव में, दुनिया को बदलने का केवल एक ही तरीका है, और वह है खुद को बदलना।
- सपने देखना या पढ़ना कभी बंद न करें।
- कर्तव्यनिष्ठ पुरूष कभी निराश नहीं होता। अतः जब तक जीवित रहें और कर्तव्य करते रहें, तो इसमें पूरा आनन्द मिलेगा।
- जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ कि किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है।