कर्तव्यनिष्ठ पुरूष कभी निराश नहीं होता। अतः जब तक जीवित रहें और कर्तव्य करते रहें, तो इसमें पूरा आनन्द मिलेगा - karmanishth purush kabhee bhee nahin hota. atah jab tak jeevit rahen aur karm karen tab tak poorn aanand milega. : सरदार वल्लभ भाई पटेल | Sardar Vallabhbhai Patel

कर्तव्यनिष्ठ पुरूष कभी निराश नहीं होता। अतः जब तक जीवित रहें और कर्तव्य करते रहें, तो इसमें पूरा आनन्द मिलेगा। : Karmanishth purush kabhee bhee nahin hota. atah jab tak jeevit rahen aur karm karen tab tak poorn aanand milega. - सरदार वल्लभ भाई पटेल | Sardar Vallabhbhai Patel

जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ कि किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है - jab tak main svayan mein aashvast hoon ki kiya gaya kaam sahee kaam hai tab tak mujhe santushti rahatee hai. : जवाहरलाल नेहरू

जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ कि किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है। : Jab tak main svayan mein aashvast hoon ki kiya gaya kaam sahee kaam hai tab tak mujhe santushti rahatee hai. - जवाहरलाल नेहरू

अधिक संपत्ति नहीं, बल्कि सरल आनंद को खोजें। बड़े भाग्य नहीं, बल्कि परम सुख को खोजें - adhik sampatti nahin, balki saral aanand ko khojen. bade bhaagy nahin, balki param sukh ko khojen. : महात्मा गाँधी

अधिक संपत्ति नहीं, बल्कि सरल आनंद को खोजें। बड़े भाग्य नहीं, बल्कि परम सुख को खोजें। : Adhik sampatti nahin, balki saral aanand ko khojen. bade bhaagy nahin, balki param sukh ko khojen. - महात्मा गाँधी

हम क्या सोचते हैं, क्या जानते हैं, और किसमें विश्वास करते हैं – अंततः ये बातें मायने नहीं रखतीं. हम क्या करते हैं वही महत्वपूर्ण है - hum kya sochte hain, kya janate hain aur kisme vishwas karte hain - antatah ye baatein maayne nahi rakhti , hum kya karte hain yah mahatva rkhata hai. : जॉन रस्किन

हम क्या सोचते हैं, क्या जानते हैं, और किसमें विश्वास करते हैं – अंततः ये बातें मायने नहीं रखतीं. हम क्या करते हैं वही महत्वपूर्ण है। : Hum kya sochte hain, kya janate hain aur kisme vishwas karte hain - antatah ye baatein maayne nahi rakhti , hum kya karte hain yah mahatva rkhata hai. - जॉन रस्किन

मैं अपनी ज़िन्दगी जितना संभव हो उतने स्वाभाविक और सामान्य तरीके से व्यतीत कर सकता हूँ। लेकिन अगर दिन रात विवाद मेरे पीछे पड़े रहें तो मैं इसका कुछ नहीं कर सकता। मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि वे किस तरह ये सब करते हैं। मैं दाढ़ी बढ़ता हूँ और वह टाइम्स ऑफ़ इंडिया के सम्पादकीय में आ जाता है - main apni zindagi jitana sambhav ho utane svabhavik aur samany tarike se vyatit kar sakta hoon. lekin agar din raat vivad mere pichhe pade rahen to main isaka kuchh nahin kar sakta. mujhe kabhi-kabhi ashchary hota hai ki ve kis tarah ye sab karte hain. main dadhi badhata hoon aur vah times of india mein aa jaata hai : अमिताभ बच्चन

मैं अपनी ज़िन्दगी जितना संभव हो उतने स्वाभाविक और सामान्य तरीके से व्यतीत कर सकता हूँ।  लेकिन अगर दिन रात विवाद मेरे पीछे पड़े रहें तो मैं इसका कुछ नहीं कर सकता। मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि वे किस तरह ये सब करते हैं।  मैं दाढ़ी बढ़ता हूँ और वह टाइम्स ऑफ़ इंडिया के सम्पादकीय में आ जाता है। : Main apni zindagi jitana sambhav ho utane svabhavik aur samany tarike se vyatit kar sakta hoon. lekin agar din raat vivad mere pichhe pade rahen to main isaka kuchh nahin kar sakta. mujhe kabhi-kabhi ashchary hota hai ki ve kis tarah ye sab karte hain. main dadhi badhata hoon aur vah times of india mein aa jaata hai - अमिताभ बच्चन

सत्य के मार्ग पर चलने हेतु बुरे का त्याग अवश्यक है, चरित्र का सुधार आवश्यक है - saty ke maarg par chalane ke lie bure ka tyaag avagat hai, charitr ka sudhaar aavashyak hai. : सरदार वल्लभ भाई पटेल | Sardar Vallabhbhai Patel

सत्य के मार्ग पर चलने हेतु बुरे का त्याग अवश्यक है, चरित्र का सुधार आवश्यक है। : Saty ke maarg par chalane ke lie bure ka tyaag avagat hai, charitr ka sudhaar aavashyak hai. - सरदार वल्लभ भाई पटेल | Sardar Vallabhbhai Patel

चिंता एक ऐसी हथौड़ी है जो मष्तिष्क के सूक्ष्म व सुकोमल सूत्रों को विघटित कर उसकी कार्य करने की शक्ति को नष्ट कर देती है - chinta ek aisi hathaudi hai jo mastishk ke sukshm va sukomal sutron ko bighatit kar usaki kaary karne ki shakti ko nasht kar deti hai. : ओरिसन स्‍वेट मार्डन

चिंता एक ऐसी हथौड़ी है जो मष्तिष्क के सूक्ष्म व सुकोमल सूत्रों को विघटित कर उसकी कार्य करने की शक्ति को नष्ट कर देती है। : Chinta ek aisi hathaudi hai jo mastishk ke sukshm va sukomal sutron ko bighatit kar usaki kaary karne ki shakti ko nasht kar deti hai. - ओरिसन स्‍वेट मार्डन

मैं यह नहीं कहूँगा कि मैं 1000 बार असफल हुआ, मैं यह कहूँगा कि ऐसे 1000 रास्ते हैं जो आपको सफलता से दूर ले जाते हैं - main yah nahi kahunga ki 1000 baar asafal hua, main yah kahunga ki aise 1000 raaste hain jo aapko safalta se door le jaate hain. : थॉमस अल्वा एडिसन

मैं यह नहीं कहूँगा कि मैं 1000 बार असफल हुआ, मैं यह कहूँगा कि ऐसे 1000 रास्ते हैं जो आपको सफलता से दूर ले जाते हैं। : Main yah nahi kahunga ki 1000 baar asafal hua, main yah kahunga ki aise 1000 raaste hain jo aapko safalta se door le jaate hain. - थॉमस अल्वा एडिसन

अपने जिस्म को ज़रूरत से ज़्यादा न सवारों,क्योंकि इसे तो मिट्टी में मिल जाना है, सवॉरना है तो अपनी रूह को सवॉरों क्योंकि इसे तुम्हारे रब के पास जाना है - apne jism ko zarurat se zyada na savaron, kyonki ise to mitti mein mil jaana hai, savarna hai to apni rooh ko savaron kyonki ise tumhare rab ke paas jaana hai. : हजरत अली | Hazrat Ali

अपने जिस्म को ज़रूरत से ज़्यादा न सवारों,क्योंकि इसे तो मिट्टी में मिल जाना है, सवॉरना है तो अपनी रूह को सवॉरों क्योंकि इसे तुम्हारे रब के पास जाना है। : Apne jism ko zarurat se zyada na savaron, kyonki ise to mitti mein mil jaana hai, savarna hai to apni rooh ko savaron kyonki ise tumhare rab ke paas jaana hai. - हजरत अली | Hazrat Ali

जो लोग सिर्फ तुम्हे काम के वक़्त याद करते हे उन लोगो के काम ज़रूर आओ क्यों के वो अंधेरो में रौशनी ढूँढ़ते हे और वो रौशनी तुम हो - jo log sirf tumhe kaam ke waqt yaad karte hai un logo ke kaam zaroor aao kyon ke wo andheron mein roshani dhundte hai aur wo roshani tum ho : हजरत अली | Hazrat Ali

जो लोग सिर्फ तुम्हे काम के वक़्त याद करते हे उन लोगो के काम ज़रूर आओ क्यों के वो अंधेरो में रौशनी ढूँढ़ते हे और वो रौशनी तुम हो : Jo log sirf tumhe kaam ke waqt yaad karte hai un logo ke kaam zaroor aao kyon ke wo andheron mein roshani dhundte hai aur wo roshani  tum ho - हजरत अली | Hazrat Ali

मेरी प्रशंसा और जय-जय कार करने से अच्छा है, मेरे दिखाये गए मार्ग पर चलो - meree prashansa aur jay-jay kaar karane se achchha hai, mere dikhaaye gae maarg par chalo. : डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर

मेरी प्रशंसा और जय-जय कार करने से अच्छा है, मेरे दिखाये गए मार्ग पर चलो। : Meree prashansa aur jay-jay kaar karane se achchha hai, mere dikhaaye gae maarg par chalo. - डॉ॰ बी॰ आर॰ अम्बेडकर