पूँजी मृत श्रम है, जो पिशाच की तरह केवल जीवित श्रमिकों का खून चूस कर जिंदा रहता है, और जितना अधिक ये जिंदा रहता है उतना ही अधिक श्रमिकों को चूसता है - poonji mrit shram hai, jo pishach ki tarah keval jeevit shramiko ka khoon choos kar zinda rahat hai aur jitna adhik ye zinda rahta hai utna hi adhik shramiko ko choosta hai : कार्ल मार्क्स
नौकरशाह के लिए दुनिया महज एक हेर-फेर करने की वस्तु है - naukarshah ke liye duniya mahaz ek her pher karne ki vastu hai : कार्ल मार्क्स
अगर कोई चीज निश्चित है तो ये कि मैं खुद एक मार्क्सवादी नहीं हूँ - agar koi cheez nishchit hai to wo ki main khud ek markswaadi nahi hu : कार्ल मार्क्स
साम्यवाद के सिद्धांत का एक वाक्य में अभिव्यक्त किया जा सकता है: सभी निजी संपत्ति को ख़त्म किया जाये - samyavad ke siddhant ko ek vakya me abhivyakt kiya ja sakta hai. sabhi niji sampatti ko khatm kiya jaye. : कार्ल मार्क्स
सामाजिक प्रगति समाज में महिलाओं को मिले स्थान से मापी जा सकती है - samajik pragati, samaj me mahilaao ko mile sthan se maapi ja sakti hai : कार्ल मार्क्स
धर्म मानव मस्तिष्क जो न समझ सके उससे निपटने की नपुंसकता है - dharma maanav mastisk jo na samajh sake usse nipatne ki napunskata hai. : कार्ल मार्क्स
अगर कोई चीज निश्चित है तो ये कि मैं खुद एक मार्क्सवादी नहीं हूँ - agar koi cheez nishchit hai to ye ki main khud marxwadi nahi hu. : कार्ल मार्क्स
इतिहास खुद को दोहराता है, पहले एक त्रासदी की तरह, दुसरे एक मज़ाक की तरह - itihas khud ko dohara hai ek baar tragedy ki tarah to dusra ek mazaak ki tarah : कार्ल मार्क्स