संकट और गतिरोध जब होते हैं तो कम से कम उनका एक फायदा होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते हैं - sankat aur gatirodh jab hote hain to kam se kam unaka ek phaayada hota hai ki ve hamen sochane par majaboor karate hain. : जवाहरलाल नेहरू

संकट और गतिरोध जब होते हैं तो कम से कम उनका एक फायदा होता है कि वे हमें सोचने पर मजबूर करते हैं। : Sankat aur gatirodh jab hote hain to kam se kam unaka ek phaayada hota hai ki ve hamen sochane par majaboor karate hain. - जवाहरलाल नेहरू

जो व्यक्ति अधिकतर अपने ही गुणों का बखान करता रहता है वो अक्सर सबसे कम गुणी होता है - jo vyakti jyaadaatar apane hee gunon ka bakhaan karata rahata hai vah aksar sabase kam gunee hota hai. : जवाहरलाल नेहरू

जो व्यक्ति अधिकतर अपने ही गुणों का बखान करता रहता है वो अक्सर सबसे कम गुणी होता है। : Jo vyakti jyaadaatar apane hee gunon ka bakhaan karata rahata hai vah aksar sabase kam gunee hota hai. - जवाहरलाल नेहरू

हम वास्तविकता में क्या हैं यह अधिक मायने रखता है इस बात से कि लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं - ham vaastavikata mein kya hain yah adhik maayane rakhata hai is baat se ki log hamaare baare mein kya sochate hain. : जवाहरलाल नेहरू

हम वास्तविकता में क्या हैं यह अधिक मायने रखता है इस बात से कि लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं। : Ham vaastavikata mein kya hain yah adhik maayane rakhata hai is baat se ki log hamaare baare mein kya sochate hain. - जवाहरलाल नेहरू

जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है। आपके हाथ में जो है वह नियति है, जिस तरह से आप खेलते हैं वह स्वतंत्र इच्छा है - jeevan kaard ke patton ke khel kee tarah hai. aapake haath mein jo hai vah niyati hai, jis tarah se aap khelate hain vah svatantr ichchha hai. : जवाहरलाल नेहरू

जीवन ताश के पत्तों के खेल की तरह है। आपके हाथ में जो है वह नियति है, जिस तरह से आप खेलते हैं वह स्वतंत्र इच्छा है। : Jeevan kaard ke patton ke khel kee tarah hai. aapake haath mein jo hai vah niyati hai, jis tarah se aap khelate hain vah svatantr ichchha hai. - जवाहरलाल नेहरू

एक ऐसा क्षण जो इतिहास में बहुत ही कम आता है, जब हम पुराने के छोड़ नए की तरफ जाते हैं, जब एक युग का अंत होता है, और जब वर्षों से शोषित एक देश की आत्मा, अपनी बात कह सकती है - ek aisa kshan jo itihas me bahut kam aata hai jab hum puraane ko chhodkar naye ki taraf jate hai jab ek yug ka ant hota hai aur jab varsho se shoshit ek desh ki aatma apni baat kah sakti hai. : जवाहरलाल नेहरू

एक ऐसा क्षण जो इतिहास में बहुत ही कम आता है, जब हम पुराने के छोड़ नए की तरफ जाते हैं, जब एक युग का अंत होता है, और जब वर्षों से शोषित एक देश की आत्मा, अपनी बात कह सकती है। : Ek aisa kshan jo itihas me bahut kam aata hai jab hum puraane ko chhodkar naye ki taraf jate hai jab ek yug ka ant hota hai aur jab varsho se shoshit ek desh ki aatma apni baat kah sakti hai. - जवाहरलाल नेहरू