सुविचारों से सुफल उपजते हैं और कुविचारों से कुफल - suvicharon se suphal upajte hain aur kuvicharon se kufal. : जेम्स एलन
उस मनुष्य को कौन अपने पास बिठाना चाहेगा, जो हमेशा बारूद का ढेर बना घूमता है, और जिसका पता नहीं कि वह कब फट पड़े - us manushya ke paas kaun baithna chahega, us manushya ko kaun apne paas bithana chahega, jo hamesha barood ka dher bana rahta hai, jiska pata nahi kab phoot pade. : जेम्स एलन
रेल के इंजन के पास खड़े होकर देखो, काम करने वाली भाप का स्वर कोई नहीं सुनता, केवल व्यर्थ जाने वाली भाप ही शोर मचाती है, जो ऊर्जा और शक्ति तुम्हारे भीतर उपयोग हो रही है वह गुप्त और अज्ञात रहती है, तुम जो शोर मचाते फिरते हो और उपद्रव करते हो यह बेकार जाने वाली बिना काम की ऊर्जा और शक्ति है - rail ke engine ke paas khade hokar dekho, kaam karne waale bhaaap ka swar koi nahi sunta, keval vyarth jaane wali bhaap hi shor machati hai. jo urja aur shakti tumhare bheatar hai vah gupt aur shant rahti hai. jo tum shor machate firte ho wo bekar jaane wali urjaa hai. : जेम्स एलन
लक्ष्मी को पाना है तो या तो उल्लू बनना होगा या प्रभु विष्णु, लक्ष्मी केवल इन्हीं दोनों के पास ही रहती है। एक की सवारी करती है और एक की सेवा। जितने अंश तक उल्लू या विष्णु के गुण तुम्हारे भीतर होंगे, उतने ही अंश तक लक्ष्मी तुम्हारे पास रहेगी - lakshmi ko paana hai to yaa to ulloo banna hoga ya prabhu vishnu, lakshmi keval inhi dono ke paas hi rehti hai. jitne ansh ullu ya vishnu ke tumhare bheetar honge utni hi lakshmi tumhare paas hogi. : जेम्स एलन