तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई दूसरा आध्यात्मिक गुरु नहीं है।

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तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई दूसरा आध्यात्मिक गुरु नहीं है। : Tumhen koee padha nahin sakata, koee aadhyaatmik nahin kar sakata. tumako sab kuchh apane andar se seekhana hai. aatma se achchha koee shikshak nahin hai. aapakee aatma ke alaava koee doosara aadhyaatmik guru nahin hai. - स्वामी विवेकानन्द | Swami Vivekananda
तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई दूसरा आध्यात्मिक गुरु नहीं है। : Tumhen koee padha nahin sakata, koee aadhyaatmik nahin kar sakata. tumako sab kuchh apane andar se seekhana hai. aatma se achchha koee shikshak nahin hai. aapakee aatma ke alaava koee doosara aadhyaatmik guru nahin hai. - स्वामी विवेकानन्द | Swami Vivekananda

tumhen koee padha nahin sakata, koee aadhyaatmik nahin kar sakata. tumako sab kuchh apane andar se seekhana hai. aatma se achchha koee shikshak nahin hai. aapakee aatma ke alaava koee doosara aadhyaatmik guru nahin hai. | तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई दूसरा आध्यात्मिक गुरु नहीं है।

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