ये सोच कर आश्चर्य होता है,की व्यक्ति पैसे के लिए क्या कुछ नहीं कर सकता।
By : Unknown
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ye soch kar aashchary hota hai,kee vyakti paise ke lie kya kuchh nahin kar sakata. | ये सोच कर आश्चर्य होता है,की व्यक्ति पैसे के लिए क्या कुछ नहीं कर सकता।
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- वास्तव में खुश होने पर व्यक्ति को कुछ साबित करने की आवश्यकता नहीं होती।
- जैसे रंगों से किसी तस्वीर को खूबसूरत बनाया जाता है,उसी प्रकार प्रेम हमारे जीवन में अनेक रंग भर देता है।
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