शत्रुओं को मित्र बना कर क्या मैं उन्हें नष्ट नहीं कर रहा?
By : अब्राहम लिंकन
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shatruo ko mitra banakar kya main unhe nasht nahin kar raha | शत्रुओं को मित्र बना कर क्या मैं उन्हें नष्ट नहीं कर रहा?
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- मित्र वो है जिसके शत्रु वही हैं जो आपके शत्रु हैं।
- प्रजातंत्र लोगों की, लोगों के द्वारा, और लोगों के लिए बनायी गयी सरकार है।
- एक नेता की परिभाषा है कि उसके पास एक सफल दृष्टिकोण हो, एक जुनून हो, जो किसी भी परेशानी से ना डरे बल्कि परेशानियों को हराना जानता हो और सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि वो ईमानदार हो।
- जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ कि किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है।
- राजनीति निर्धारित करती है,की कौन शक्ति के लिए खड़ा है और कौन सत्य के लिए।
- वह लोग अनाथ नहीं है जो ईश्वर को अपना परमपिता मानते हैं।
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