एक बार ठोकर लगने से व्यक्ति संभल जाता है।
By : थॉमस फुलर
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ek baar thokar lagane se vyakti sambhal jaata hai. | एक बार ठोकर लगने से व्यक्ति संभल जाता है।
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- कर्तव्यनिष्ठ पुरूष कभी निराश नहीं होता। अतः जब तक जीवित रहें और कर्तव्य करते रहें, तो इसमें पूरा आनन्द मिलेगा।
- विश्वास रखकर आलस्य छोड़ दीजिये, वहम मिटा दीजिये, डर छोड़िये, फूट का त्याग कीजिये, कायरता निकाल डालिए, हिम्मत रखिये, बहादुर बन जाइए, और आत्मविश्वास रखना सीखिए। इतना कर लेंगे तो आप जो चाहेंगे, अपने आप मिलेगा।
- जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
- अपने आप को जानिए की आप कौन है।
- मनुष्य चाहे तो प्रेम से सब कुछ हासिल कर सकता है।
- व्यक्ति को कभी कभी खुद की पहचान बनाने के लिए,बहुत कुछ त्याग देना पड़ता है।
- हमेशा सब कुछ हमारे मुताबिक नही होता है।
- जो असहनीय हो उसे सहन नही करना चाहिए।
- किसी के व्यक्तित्व पर सवाल के बजाय,उसको समझने का प्रयास कीजिए क्यों कि हर व्यक्ति एक दूसरे से भिन्न होता है।
- वो कार्य करें जो आपको सही लगता हो,बजाय उस कार्य के जो दुनिया को पसंद हो।