अपनी मुक्ति के लिए काम करो. दूसरों पर निर्भर मत रहो।
By : गौतम बुद्ध
इमेज का डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है
apni mukti ke liye kaam karo, doosro par nirbhar mat raho. | अपनी मुक्ति के लिए काम करो. दूसरों पर निर्भर मत रहो।
Related Posts
- अपने बराबर या फिर अपने से समझदार व्यक्तियों के साथ सफ़र कीजिये, मूर्खो के साथ सफ़र करने से अच्छा है अकेले सफ़र करना।
- आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से इर्ष्या कीजिये। जो दूसरों से इर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती।
- मैं कभी नहीं देखता की क्या किया जा चुका है; मैं हमेशा देखता हूँ कि क्या किया जाना बाकी है।
- सभी बुरे कार्य मन के कारण उत्पन्न होते हैं। अगर मन परिवर्तित हो जाये तो क्या अनैतिक कार्य रह सकते हैं?
- जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, मनुष्य भी आध्यात्मिक जीवन के बिना नहीं जी सकता।
- आप आज जो करते हैं उस पर भविष्य निर्भर करता है।
- अतीत पे धयान मत दो, भविष्य के बारे में मत सोचो, अपने मन को वर्तमान क्षण पे केन्द्रित करो।
- शारीरिक दुःख से मानसिक दुःख अधिक बुरा होता है।
- जो कोई भी सुख और दुःख का समान रूप से स्वागत करता है वास्तव में वही सबसे अच्छी तरह से जीता है।
- गरीबों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है।