हमें परिमित निराशा को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन अपरिमित आशा को कभी नहीं खोना चाहिए।
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humein parimit nirasha ko sweeekar karna chahiye, lekin aparimit aasha ko kabhi khona nahi chahiye. | हमें परिमित निराशा को स्वीकार करना चाहिए, लेकिन अपरिमित आशा को कभी नहीं खोना चाहिए।
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- दीर्घायु होना नहीं बल्कि जीवन की गुणवत्ता का महत्व होता है।
- नैतिकता महज एक रवैया है जो हम ऐसे लोगों के प्रति अपनाते हैं जिन्हें हम व्यक्तिगत रूप से नापसंद करते हैं।
- किसी को खोने का डर ही,व्यक्ति को कमजोर बना देता है।
- कर्तव्यनिष्ठ पुरूष कभी निराश नहीं होता। अतः जब तक जीवित रहें और कर्तव्य करते रहें, तो इसमें पूरा आनन्द मिलेगा।
- विश्वास रखकर आलस्य छोड़ दीजिये, वहम मिटा दीजिये, डर छोड़िये, फूट का त्याग कीजिये, कायरता निकाल डालिए, हिम्मत रखिये, बहादुर बन जाइए, और आत्मविश्वास रखना सीखिए। इतना कर लेंगे तो आप जो चाहेंगे, अपने आप मिलेगा।
- यदि सफलता से ही डरते रहे,तो सफलता कैसे हासिल होगी।
- हमें घबराहट में कभी कोई गलत कार्य नहीं करना चाहिए।
- हमें आवाज सिर्फ अपने मन की सुननी चाहिए,और डरना सिर्फ ईश्वर से चाहिए।
- भगवान मेरे आध्यात्मिक पिता है।
- ईश्वर सबका परमपिता है।