जब दूसरे लालची हो जाते हैं तो हम भयभीत रहते हैं, और दूसरे भयभीत रहते हैं तब हम लालची बन जाते हैं|
By : वॉरेन एडवर्ड बफ़े
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jab ddosre lalchi ho jaate hain to hum bhaybheet rahte hain aur jab doosre bhaybheet rahte hain to hum laalchi ban jaate hain. | जब दूसरे लालची हो जाते हैं तो हम भयभीत रहते हैं, और दूसरे भयभीत रहते हैं तब हम लालची बन जाते हैं|
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