महत्त्वाकांक्षा वो नहीं है जो इंसान करना चाहता है, बल्कि वो है जो इंसान करता है, क्योंकि बिना कर्म के महत्त्वाकांक्षा बस एक कल्पना है।

इमेज का डाउनलोड लिंक नीचे दिया गया है

महत्त्वाकांक्षा वो नहीं है जो इंसान करना चाहता है, बल्कि वो है जो इंसान करता है, क्योंकि बिना कर्म के महत्त्वाकांक्षा बस एक कल्पना है। : Mahatvakanksha wo nahin hai jo insan karna chahta hai balki wo hai jo insaan karta hai. kyonki bina karma ke mahatvakanksha bas ek kalpna hai - अज्ञात
महत्त्वाकांक्षा वो नहीं है जो इंसान करना चाहता है, बल्कि वो है जो इंसान करता है, क्योंकि बिना कर्म के महत्त्वाकांक्षा बस एक कल्पना है। : Mahatvakanksha wo nahin hai jo insan karna chahta hai balki wo hai jo insaan karta hai. kyonki bina karma ke mahatvakanksha bas ek kalpna hai - अज्ञात

mahatvakanksha wo nahin hai jo insan karna chahta hai balki wo hai jo insaan karta hai. kyonki bina karma ke mahatvakanksha bas ek kalpna hai | महत्त्वाकांक्षा वो नहीं है जो इंसान करना चाहता है, बल्कि वो है जो इंसान करता है, क्योंकि बिना कर्म के महत्त्वाकांक्षा बस एक कल्पना है।

Related Posts