प्रेम को कारण की ज़रुरत नहीं होती। वो दिल के तर्कहीन ज्ञान से बोलता है।
By : दीपक चोपड़ा
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prem ko karan ki avshyakta nahi hoti. vah dil ke tarkheen gyan se bolta hai. | प्रेम को कारण की ज़रुरत नहीं होती। वो दिल के तर्कहीन ज्ञान से बोलता है।
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- आप जिस चीज से सबसे ज्यादा प्यार करते हैं वह हमेशा आपकी सबसे बड़ी कमजोरी बनने का रास्ता ढूंढ लेती है।
- मुझसे वादा करो तुम मुझे कभी नहीं भूलोगे क्योंकि अगर मैंने सोचा कि तुम भूलोगे तो मैं कभी नहीं जाऊँगा।
- जब मैं तुम्हारे साथ नहीं होता तो कुछ सेकंड सदियों के समान लगते हैं।
- मानवता को जीवित रखने के लिए प्रेम और दया की आवश्यकता होती है विलासिता की नहीं|
- मैं चाहता हूं की वो भी मुझसे उतना ही प्रेम करे जितना मैं उससे करता हूं।
- जीवन एक खाली किताब है जिसके पन्ने हमें खुद भरना है|
- वास्तव में खुश होने पर व्यक्ति को कुछ साबित करने की आवश्यकता नहीं होती।
- जैसे रंगों से किसी तस्वीर को खूबसूरत बनाया जाता है,उसी प्रकार प्रेम हमारे जीवन में अनेक रंग भर देता है।
- हम जिस व्यक्ति से प्रेम करते हैं,उससे हम अपने जीवन की हर बात को साझा करते हैं।
- तुम मेरे और मैं तुम्हारे खयालों में हूं।